पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था में संतुलन की जरूरत: मुख्यमंत्री धामी
पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था में संतुलन की जरूरत: मुख्यमंत्री धामी
उत्तरकाशी, 29 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था में संतुलन की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद ऐसी सभी परियोजनाओं की समीक्षा का निर्णय लिया है ।
एक साक्षात्कार में धामी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उनकी दिवाली मंगलवार को आई जब सुरंग के अंदर 16 दिन तक फंसे रहे 41 श्रमिकों को बाहर निकाला गया ।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के निकलने से वह उतने ही प्रसन्न हैं जितना कि उनके परिवारवाले हैं ।
धामी ने कहा, ‘ मेरी दिवाली, इगास या देव दिवाली कल हुई जब श्रमिक बाहर आए ।’ उत्तराखंड में दिवाली के दस दिन बाद इगास मनाया जाता है ।
उन्होंने कहा कि श्रमिक उनके परिवार की तरह हैं। उन्होंने कहा, ‘आखिरकार वे हमारे लिए काम करते हैं…देश के लिए काम करते हैं ।’
मुख्यमंत्री ने सफल बचाव अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों, देश विदेश के विशेषज्ञों तथा स्थानीय बौखनाग देवता का भी आभार जताया ।
उन्होंने कहा, ‘ मैंने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में कई चुनौतियों का सामना किया है लेकिन यह अब तक सबसे कड़ी चुनौती थी ।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की दैनिक निगरानी और बचाव कार्यों के लिए बड़ी मशीनें उपलब्ध करवाकर दिए गए समर्थन ने उन्हें बहुत ताकत दी ।
उन्होंने सुरंग में फंसे रहने के दौरान जबरदस्त धैर्य का परिचय देने के लिए भी श्रमिकों की तारीफ की ।
धामी ने कहा कि श्रमिकों से मिले इस भरोसे कि वे ठीक हैं और बचाव दलों द्वारा कार्य पूरा किए जाने तक इंतजार करने के लिए तैयार हैं, से भी उनके संकल्प को और मजबूती मिली ।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में सभी सुरंग परियोजनाओं की समीक्षा करने का फैसला लिया है ।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ राज्य में ऐसी कई परियोजनाएं चल रही हैं । हमने उनकी समीक्षा करने का निर्णय किया है । हमें विकास चाहिए लेकिन पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन होना चाहिए ।’
हाल में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा था कि सरकार सभी निर्माणाधीन सुरंगों का सुरक्षा ऑडिट करेगी ।
चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह जाने से उसमें 41 श्रमिक फंस गए थे जिन्हें युद्धस्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के बाद मंगलवार को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
भाषा दीप्ति दीप्ति नोमान
नोमान

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