दिल्ली पुलिस के नए जवानों को बंधक संकट से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया गया

दिल्ली पुलिस के नए जवानों को बंधक संकट से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया गया

दिल्ली पुलिस के नए जवानों को बंधक संकट से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया गया
Modified Date: December 21, 2024 / 04:59 pm IST
Published Date: December 21, 2024 4:59 pm IST

नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में बंधक संकट जैसी किसी स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस को एनएसजी या स्वाट कमांडो के आने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि शहर की पुलिस ने अपने नए भर्ती किए गए कर्मियों को एक विशेष कमांडो प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है।

‘अर्बन इंटरवेंशन’ कार्यक्रम के अंतर्गत 25 पुलिसकर्मियों के पहले बैच को मानेसर में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) ने दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जहां उन्होंने बंधक संकट जैसी स्थिति से निपटने का तरीका सीखा।

पुलिस ने आने वाले दिनों में 300 कमांडो को प्रशिक्षित करने तथा बाद में और अधिक कर्मियों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है।

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विशेष पुलिस आयुक्त (प्रशिक्षण और एसपीयूडब्ल्यूएसी) छाया शर्मा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘नए भर्ती किए गए कमांडो के प्रत्येक बैच को हम झड़ौदा कलां में एक महीने का प्रशिक्षण देते हैं और राजस्थान के अलवर के अभनपुर में तीन महीने का उन्नत कमांडो प्रशिक्षण दिया जाता है, जहां वे गोली चलाने का अभ्यास करते हैं। इस बार हमने उन्हें ‘अर्बन इंटरवेंशन’ की तकनीक का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है।’’

शर्मा ने कहा, ‘‘ ‘अर्बन इंटरवेंशन’ बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम एक महानगर में हैं। यदि हमें शहरी परिदृश्य में हस्तक्षेप की आवश्यकता है तो क्या हमारा बल इसके लिए तैयार है? इसके लिए हमने एनएसजी की मदद ली और यह बहुत उपयोगी रहा।’’

कमांडो प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले 25 कांस्टेबलों में शामिल सिपाही आशीष मलिक ने कहा, ‘‘हमें 2023 में दिल्ली पुलिस में शामिल किया गया था। तीन महीने का उन्नत कमांडो कोर्स पूरा करने के बाद (जो सभी के लिए अनिवार्य है) हमें ?‘अर्बन इंटरवेंशन’ नामक दो सप्ताह का ‘कैप्सूल कोर्स’ प्रशिक्षण भी मिला।’’

उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी आपातकालीन स्थिति के दौरान हम सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले होते हैं, बाहरी बल बाद में पहुंचते हैं। हमें बाहरी बलों के आने तक स्थिति को संभालने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।’’

भाषा

शुभम नेत्रपाल

नेत्रपाल


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