नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को कहा कि उसने धनबाद के एक सरकारी अस्पताल के फर्श पर लावारिस पड़े ‘‘मानसिक रूप से बीमार दो मरीजों’’ के उपचार में कथित लापरवाही की खबर पर झारखंड सरकार को नोटिस जारी किया है।
एक बयान में, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा कि मीडिया की खबर की सामग्री अगर सत्य है तो यह मरीजों के जीवन जीने के अधिकार और सम्मान का उल्लंघन है।
बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने ‘‘मीडिया की खबर पर स्वतः संज्ञान लिया है। इस खबर में बताया गया कि धनबाद में शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा मानसिक रूप से बीमार दो मरीजों को कोई उपचार मुहैया नहीं कराया जा रहा था।’’
खबर में मरीजों की तस्वीरें भी थी जो ‘‘बिना कपड़ों के फर्श पर पड़े थे’’। कथित तौर पर अस्पताल के अधीक्षक ने कहा है कि ‘‘मानसिक रूप से बीमार मरीजों के उपचार के लिए’’ कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
भाषा खारी रंजन
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