एनआईए ने सरकारी कार्यालय पर हमले के आरोपी तीन नक्सलियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया

एनआईए ने सरकारी कार्यालय पर हमले के आरोपी तीन नक्सलियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया

एनआईए ने सरकारी कार्यालय पर हमले के आरोपी तीन नक्सलियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया
Modified Date: May 31, 2025 / 05:34 pm IST
Published Date: May 31, 2025 5:34 pm IST

नयी दिल्ली, 31 मई (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) ने केरल के वायनाड जिले में एक सरकारी कार्यालय पर हुए सशस्त्र हमले के सिलसिले में नक्सली संगठन के तीन सदस्यों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

आतंकवाद निरोधक एजेंसी ने शुक्रवार को एर्णाकुलम में एनआईए अदालत में सीपी मोइदीन, मनोज पी. एम. और पी के सोमन के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया।

एनआईए ने एक बयान में कहा कि उन पर भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान रोकथाम अधिनियम, केरल वन अधिनियम-1961 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।

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इसमें कहा गया है कि घातक हथियारों से लैस माओवादी संगठन के पांच सदस्य 28 सितंबर, 2023 को केरल वन विभाग निगम (केएफडीसी) के कार्यालय में जबरन घुस गए, प्रबंधक को रोका और सार्वजनिक संपत्ति के साथ-साथ उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया।

बयान के मुताबिक, उन्होंने कार्यालय में माओवाद के समर्थन में नारे लगाए और पोस्टर चिपकाए। पांच आरोपियों में से चार को बाद में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।

कुछ दिनों बाद एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया। बयान में कहा गया कि जांच के दौरान पाया गया कि मोइदीन, मनोज और सोमन के अलावा एच एस रवींद्र और संतोष कुमार ए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की सैन्य शाखा पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के सदस्य थे।

इसमें दावा किया गया है कि उन्होंने वायनाड के जंगलों में कबानी दलम नाम से एक स्थानीय गुरिल्ला दस्ता बनाया था और वे सक्रिय रूप से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे, जिसका उद्देश्य जनता में भय फैलाना और सरकार को अस्थिर करना था।

भाषा संतोष माधव

माधव


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