पंजाब में पुलिस थाने पर हुए ग्रेनेड हमले के लिए एनआईए ने सात लोगों को आरोपी बनाया

पंजाब में पुलिस थाने पर हुए ग्रेनेड हमले के लिए एनआईए ने सात लोगों को आरोपी बनाया

पंजाब में पुलिस थाने पर हुए ग्रेनेड हमले के लिए एनआईए ने सात लोगों को आरोपी बनाया
Modified Date: June 27, 2025 / 07:40 pm IST
Published Date: June 27, 2025 7:40 pm IST

नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पंजाब के गुरदासपुर जिले में एक पुलिस थाने पर दिसंबर, 2024 में ‘बब्बर खालसा इंटरनेशनल’ (बीकेआई) के आतंकवादियों द्वारा किए गए ग्रेनेड हमले से जुड़े एक मामले में सात लोगों को आरोपी बनाया है जिनमें से तीन फरार हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला में घनी के बांगर पुलिस थाने पर हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर बीकेआई के सदस्य हरप्रीत सिंह उर्फ ​​हैप्पी पासिया और गुरप्रीत उर्फ ​​गोपी ने ली थी।

अधिकारियों ने बताया कि फरार आरोपियों में अमेरिका में रहने वाला पासिया, पाकिस्तान में रहने वाला आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ ​​रिंदा और शमशेर सिंह उर्फ ​​शेरा शामिल हैं, जिनके खिलाफ एनआईए ने बृहस्पतिवार को मोहाली की एक अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।

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एनआईए की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आतंकवाद विरोधी एजेंसी द्वारा आरोपित चार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कुलजीत सिंह, अभिजोत सिंह, गुरजिंदर सिंह और शुभम के रूप में हुई है, जो कि पंजाब के बटाला के किला लाल सिंह गांव के निवासी हैं।

इसमें कहा गया है कि सभी सात आरोपियों पर 12 दिसंबर, 2024 को हुए हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में उनकी भूमिका के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ अन्य संबंधित प्रावधानों के तहत आरोपी बनाया गया है।

जांच एजेंसी ने बताया कि इस साल 23 मार्च को मामले को अपने हाथ में लेने वाली एनआईए ने जांच के दौरान पाया कि रिंदा के कहने पर हैप्पी पासिया ने आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए आर्मेनिया में अपने सहयोगी शमशेर सिंह के जरिए अभिजोत सिंह को भर्ती किया था।

अभिजोत को चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में लक्षित शूटिंग से संबंधित एक अलग मामले में भी एनआईए ने गिरफ्तार किया है। आर्मेनिया से लौटने के बाद अभिजोत अपने विदेशी आकाओं के निर्देश पर हथियार/विस्फोटक को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के काम में जुट गया।

बयान में कहा गया है, ‘‘उसने कुलजीत सिंह और अन्य सह-आरोपियों की भर्ती करके अपने गिरोह का विस्तार किया था। नौ दिसंबर, 2024 को कुलजीत ने पुलिस थाना घनी के बांगर पर हमले के लिए ग्रेनेड लेकर गया था।’’

भाषा संतोष नरेश

नरेश


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