मणिपुर संकट को सुलझाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं : कांग्रेस

मणिपुर संकट को सुलझाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं : कांग्रेस

मणिपुर संकट को सुलझाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं : कांग्रेस
Modified Date: August 9, 2025 / 06:38 pm IST
Published Date: August 9, 2025 6:38 pm IST

इंफाल, नौ अगस्त (भाषा) मणिपुर में संकट को हल करने के लिए कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं होने का दावा करते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा नीत गठबंधन के पास 54 विधायक होने के बावजूद वह राज्य में सरकार नहीं बना सकती।

‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशम मेघचंद्र ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद गोलीबारी तो बंद हो गई है, लेकिन लोग स्वतंत्र रूप से नहीं घूम सकते।

इस सप्ताह के प्रारंभ में, संसद ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की अवधि 13 अगस्त के बाद छह महीने के लिए बढ़ाने के लिए एक वैधानिक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।

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मेघचंद्र ने कहा, ‘‘हमने राज्य की मौजूदा कानून-व्यवस्था पर भाजपा नेतृत्व को कई बार सुझाव और ज्ञापन दिए हैं। लेकिन केंद्र की भाजपा नीत सरकार हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लेती। 13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद गोलीबारी भले ही रुक गई हो, लेकिन लोग अभी भी आजादी से नहीं घूम सकते।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सामाजिक कल्याण योजनाएं ठप पड़ी हैं और राज्य की वित्तीय स्थिति गंभीर संकट में है। हम राष्ट्रपति शासन को छह महीने और बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं। जनता की शिकायतों और परेशानियों को सुनने वाला कोई नहीं है।’’

मेघचंद्र ने आरोप लगाया कि संकट को हल करने के लिए कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है।

भाषा शफीक दिलीप

दिलीप


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