देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 20,403 हुई, 3207 नए मामले

देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 20,403 हुई, 3207 नए मामले

  •  
  • Publish Date - May 9, 2022 / 10:47 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:04 PM IST

नई दिल्लीः  भारत में एक दिन में कोविड-19 के 3,207 नए मामले सामने आने से देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,31,05,401 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 20,403 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 29 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,24,093 हो गई है। वहीं, देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 20,403 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.05 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 232 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.74 प्रतिशत है।

Read more : नानी के साथ नहाने गए 3 मासूम नदी में डूबे, तीनों सगे भाई की मौत से परिवार में छाया मातम

अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.95 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.82 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 4,25,60,905 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 190.34 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।

Read more :  Corona Update : देश में आज सामने आए कोरोना के 3,207 नए मामले, 29 लोगों की मौत 

सबसे ज्यादा मौतें केरल में

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 29 मामले सामने आए, जिनमें केरल में 26 और कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया। देश में अभी तक संक्रमण से कुल 5,24,093 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,47,847 लोग, केरल के 69,271 लोग, कर्नाटक के 40,104 लोग, तमिलनाडु के 38,025 लोग, दिल्ली के 26,179 लोग, उत्तर प्रदेश के 23,510 लोग और पश्चिम बंगाल के 21,203 लोग थे।

Read more :  Russia-ukraine War : रूसी सेना ने स्कूल में की बमबारी, 60 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका 

70% मृतकों को थी अन्य बीमारियां

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।