भुवनेश्वर, सात अगस्त (भाषा) ओडिशा सरकार ने राज्य के 55 विशेष स्कूलों में पढ़ाई कर रहे 4000 बधिर छात्रों और 800 शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
सामाजिक सुरक्षा एवं दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण (एसएसईपीडी) विभाग ने ओडिशा में सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को एसएसईपीडी मंत्री नित्यानंद गोंड की उपस्थिति में अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान (एवाईजेएनआईएसएचडी-डी) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
अधिकारियों ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य 100 कुशल सांकेतिक भाषा वाले दुभाषियों का एक कैडर तैयार करना है।
गोंड ने कहा, ‘राज्य में सांकेतिक भाषा वाले दुभाषियों की जरुरत है। इस कमी के कारण सुनने में अक्षम व्यक्तियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे आवश्यक सेवाओं, शैक्षिक अवसरों और सामाजिक गतिविधियों में समान भागीदारी तक उनकी पहुंच में भी बाधाएं आ रही हैं।’
उन्होंने कहा कि इस अंतर को दूर करके राज्य में संचार, समावेशिता और सुनने में अक्षम लोगों का समग्र कल्याण करना है।
बधिर छात्रों के समग्र विकास पर जोर देते हुए एसएसईपीडी के प्रधान सचिव बिष्णुपद सेठी ने कहा कि यह समझौता विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित दुभाषियों के लिए नियुक्ति के अवसर उपलब्ध कराएगा।
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प्रीति माधव
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