Badaun News Today: भैंस की मौत के बाद गांव में हड़कंप, एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने अस्पताल में उमड़ी ग्रामीणों की भीड़, 200 से अधिक लोगों ने कराया ​टीकाकरण, जानिए क्यों?

Badaun News Today: भैंस की मौत के बाद गांव में हड़कंप, एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने अस्पताल में उमड़ी ग्रामीणों की भीड़, 200 से अधिक लोगों ने कराया ​टीकाकरण, जानिए क्यों?

  •  
  • Publish Date - December 28, 2025 / 10:52 AM IST,
    Updated On - December 28, 2025 / 10:53 AM IST

Badaun News Today: भैंस की मौत के बाद गांव में हड़कंप, एंटी रैबिज वैक्सीन लगवाने अस्पताल में उमड़ी ग्रामीणों की भीड़, 200 से अधिक लोगों ने कराया ​टीकाकरण / Image: IBC24

HIGHLIGHTS
  • भैंस की मौत के बाद एंटी रेबीज लगवाने वालों की उमड़ी भीड़
  • 200 से अधिक लोगों ने कराया ​टीकाकरण
  • भैंस की मौत 26 दिसंबर 2025 को हुई

This browser does not support the video element.

सतीश सक्सेना, बदायूं: Badaun News Today जनपद बदायूं के थाना उझानी क्षेत्र के पिपरौल गांव में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। गांव में भैंस की मौत के बाद फैली दहशत के चलते लगभग 200 ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उझानी पहुंचकर वैक्सीनेशन कराया। बताया गया कि हाल ही में गांव में तेरहवीं भोज का आयोजन किया गया था, जिसमें रायता परोसा गया था। वहीं, अब भैंस की मौत के बाद अब पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है और सभी वैक्सीनेशन करवा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला?

Badaun News Today ग्रामीणों के अनुसार, 23 दिसंबर 2025 को गांव में आयोजित एक तेरहवीं संस्कार में दावत दी गई थी। इसी दावत में रायता परोसा गया, जिसे बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सेवन किया। बाद में जानकारी सामने आई कि जिस भैंस का दूध रायते में इस्तेमाल किया गया था, उसे कुछ दिन पहले एक कुत्ते ने काट लिया था। बताया गया कि उक्त भैंस का दूध अन्य भैंसों के दूध में मिलाकर रायता तैयार किया गया था। 26 दिसंबर 2025 को उस भैंस की मौत हो गई, जिसके बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और ग्रामीणों में गंभीर बीमारी फैलने की आशंका को लेकर दहशत फैल गई।

इसी डर के चलते शनिवार को करीब सवा बारह बजे बड़ी संख्या में ग्रामीण उझानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और एहतियातन वैक्सीनेशन कराया। वैक्सीन लगवाने वालों में जशोदा, धर्मपाल, कौशल कुमार, अनमोल, कमलेश, मोनिका, सर्वेश, संगीता समेत लगभग 200 लोग शामिल रहे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीणों को समझाया गया और आवश्यक वैक्सीनेशन किया गया, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली। फिलहाल गांव में स्थिति सामान्य बताई जा रही है।

ये भी पढ़ें

बदायूं के पिपरौल गांव में लोग वैक्सीन लगवाने क्यों पहुंचे?

ग्रामीणों ने एक भोज में उस भैंस के दूध से बना रायता खाया था, जिसकी कुत्ते के काटने के बाद मौत हो गई। संक्रमण के डर से ग्रामीणों ने वैक्सीन लगवाई।

यह घटना किस तारीख की है और भैंस की मौत कब हुई?

तेरहवीं का भोज 23 दिसंबर 2025 को था और भैंस की मौत 26 दिसंबर 2025 को हुई।

क्या दूध के जरिए रेबीज फैलने का खतरा रहता है?

सामान्यतः दूध उबालने पर वायरस निष्क्रिय हो जाते हैं, लेकिन एहतियात के तौर पर डॉक्टर रेबीज प्रभावित पशु का दूध न पीने और संपर्क में आने पर वैक्सीन लगवाने की सलाह देते हैं।

स्वास्थ्य केंद्र में कितने लोगों ने टीका लगवाया?

शनिवार को उझानी सीएचसी में लगभग 200 ग्रामीणों ने कतारबद्ध होकर वैक्सीन लगवाई।

क्या गांव में बीमारी के लक्षण दिखाई दिए हैं?

नहीं, अभी तक किसी ग्रामीण में बीमारी के लक्षण नहीं मिले हैं। वैक्सीनेशन केवल एहतियात (Precaution) के तौर पर कराया गया है।