‘नई बोतल में पुरानी शराब, पाक की मजबूत छाप’, नई अफगान सरकार पर तंज |

‘नई बोतल में पुरानी शराब, पाक की मजबूत छाप’, नई अफगान सरकार पर तंज

‘नई बोतल में पुरानी शराब, पाक की मजबूत छाप’ : नई अफगान सरकार पर पूर्व भारतीय राजनयिकों ने कहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : September 8, 2021/7:16 pm IST

नई दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) अफगानिस्तान में नई अंतरिम सरकार को “नई बोतल में पुरानी शराब” करार देते हुए, पूर्व भारतीय राजनयिकों ने बुधवार को कहा कि काबुल में गठित कैबिनेट ने तालिबान 2.0 को लेकर ‘मिथकों’ को दूर कर दिया है। उनका कहना है कि अफगानिस्तान की नई सरकार पर पाकिस्तान की पुख्ता छाप है जो कि है भारत के लिए “चिंता का विषय” है।

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तालिबान ने मंगलवार को मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व वाली एक अंतरिम सरकार की घोषणा की, जिसमें प्रमुख भूमिकाएं विद्रोही समूह के रसूखदार सदस्यों को दी गई हैं। इसमें हक्कानी नेटवर्क के विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया गया है। अमेरिका ने उस पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा है।

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सरकार में हालांकि शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई जैसे कुछ लोग भी शामिल हैं जिनका रुख भारत के प्रति मित्रवत रहा है लेकिन वह वरिष्ठता क्रम में नीचे हैं। उन्हें उप विदेश मंत्री बनाया गया है।

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पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह, पूर्व राजनयिक मीरा शंकर, अनिल वाधवा और विष्णु प्रकाश ने कहा कि नई सरकार में चरमपंथी तत्व हैं और भारत को अपने “प्रतीक्षा करो और देखो” (वेट एंड वॉच) दृष्टिकोण को आगे भी जारी रखना चाहिए।