दुनिया के सबसे पुराने मौसम केंद्रों में से एक ने 130 साल में वर्ष की सबसे शुष्क पहली छमाही दर्ज की

दुनिया के सबसे पुराने मौसम केंद्रों में से एक ने 130 साल में वर्ष की सबसे शुष्क पहली छमाही दर्ज की

दुनिया के सबसे पुराने मौसम केंद्रों में से एक ने 130 साल में वर्ष की सबसे शुष्क पहली छमाही दर्ज की
Modified Date: July 1, 2025 / 08:59 pm IST
Published Date: July 1, 2025 8:59 pm IST

नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) जर्मनी के पोट्सडैम स्थित विश्व के सबसे पुराने मौसम केंद्रों में से एक ने 130 वर्ष से अधिक पहले बारिश मापने के लिए शुरू की गयी प्रक्रिया के बाद से सबसे शुष्क पहली छमाही दर्ज की है। यह जानकारी पोट्सडैम जलवायु प्रभाव अनुसंधान संस्थान (पीआईके) ने दी।

जर्मन मौसम सेवा द्वारा संचालित यह केंद्र 1893 से लगातार चल रहा है और जलवायु प्रवृत्तियों पर नज़र रखने के लिए एक प्रमुख केंद्र है।

यह वर्तमान मौसम की स्थितियों, जैसे तापमान, वर्षा और धूप की तुलना दीर्घकालिक जलवायु पैटर्न से करने में मदद करता है।

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पीआईके के जलविज्ञानी फ्रेड हैटरमैन ने कहा, ‘वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, पॉट्सडैम स्थित केंद्र 2025 की पहली छमाही में संभवतः अब तक की सबसे कम (मात्र 146.8 मिलीमीटर) वर्षा रिकॉर्ड कर सकता है, जो 1942 की इसी अवधि (158.5 मिलीमीटर) के पिछले रिकॉर्ड से भी कम है।’

उन्होंने कहा, “वर्ष की पहली छमाही में इस स्थान के लिए वर्षा का दीर्घकालिक औसत लगभग 300 मिलीमीटर है। हालांकि जनवरी में पूरे जर्मनी में भारी बारिश हुई, लेकिन फरवरी में इसमें काफी गिरावट आई और मार्च में यह लगभग नगण्य रही।”

पीआईके के मौसम विज्ञानी पीटर हॉफमैन ने कहा कि लम्बे समय तक सूखा रहने से वन विशेष रूप से प्रभावित होते हैं।

भाषा नोमान सुरेश

सुरेश


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