पाकिस्तानी महिला एंजेंटों के जाल में फंसा आर्मी वर्दी स्टोर का संचालक, भेज रहा था सेना की खुफिया जानकारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

राजस्थान पुलिस की खुफिया टीम ने जासूसी के आरोप में आर्मी वर्दी स्टोर के संचालक को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

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  • Publish Date - March 14, 2024 / 10:13 PM IST,
    Updated On - March 14, 2024 / 11:24 PM IST

CG Crime News

जयपुर (भाषा): राजस्थान पुलिस की खुफिया टीम ने जासूसी के आरोप में आर्मी वर्दी स्टोर के संचालक को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (खुफिया) संजय अग्रवाल ने बताया कि आरोपी आनन्दराज सिंह (22) को आर्मी की सामरिक महत्व की सूचना एकत्रित कर सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान गुप्तचर एजेंसी के आकाओं को साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी का सूरतगढ़ में छावनी के बाहर वर्दी का स्टोर है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी की जासूसी गतिविधियों पर राजस्थान पुलिस की खुफिया टीम द्वारा सतत निगरानी रखी जा रही है। संकलित विश्वस्त आसूचना से पाया गया कि सूरतगढ़ में छावनी के बाहर वर्दी स्टोर चलाने वाला आनंदराज नामक युवक सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान गुप्तचर एजेंसी की तीन महिला आकाओं के निरंतर संपर्क में है।

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गुप्तचर एजेंसी की महिलाओं को भेज रहा था सूचना

अग्रवाल ने बताया कि सैन्य परिसर के पास काम करने एवं वर्दी स्टोर के माध्यम से आरोपी आनंदराज सैन्यकर्मियों के संपर्क में था। इस कारण सेना के संबंध में सूचनाएं रखता था। खुफिया विभाग की जयपुर की टीम द्वारा आनंदराज की गतिविधियों पर गहन निगरानी रखी गई तो पाया कि वह सेना की सामरिक महत्व की सूचना एकत्रित कर सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान गुप्तचर एजेंसी की तीन महिला आकाओं को भेज रहा था। अग्रवाल ने बताया कि आनंदराज पिछले कुछ समय से वर्दी स्टोर का काम छोड़कर बहरोड़ क्षेत्र में एक फैक्टरी में काम कर रहा था। इस दौरान भी वह पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी की महिला आकाओं के लगातार संपर्क में रहा तथा अपने स्रोतों से सेना की महत्वपूर्ण एवं गोपनीय जानकारी प्राप्त कर महिला पाक एजेंट को साझा कर रहा था। गोपनीय सूचनाएं पाक गुप्तचर एजेंसी को भेजने की एवज में उसने धनराशि की मांग भी की। पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी सैन्य कर्मियों के साथ-साथ परिसर के आसपास काम करने वाले आम नागरिकों को भी निशाना बनाकर सेना के संबंध में गोपनीय जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करती रहती है।

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मोबाइल फोन पर मिले साक्ष्य

इसके लिए मुख्य रूप से महिला आकाओं द्वारा भारतीय मोबाइल नंबरों पर संचालित हो रहे सोशल मीडिया खाते का उपयोग किया जाता है और सैन्य कर्मियों एवं सेना की जानकारी रखने वाले व्यक्तियों को मोह पाश में फंसा कर उनसे सेना की महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की जाती है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक है। अग्रवाल ने बताया कि जासूस आनंदराज की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने पर इससे समस्त सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ कर तकनीकी आसूचना प्राप्त की गई। संयुक्त पूछताछ एवं इसके द्वारा प्रयुक्त मोबाइल फोन की तकनीकी विश्लेषण के बाद मिले साक्ष्य के आधार पर इसके विरुद्ध विशेष पुलिस थाने जयपुर में शासकीय गुप्त बात अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।