विपक्षी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के प्रति एकजुटता व्यक्त की

विपक्षी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के प्रति एकजुटता व्यक्त की

विपक्षी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के प्रति एकजुटता व्यक्त की
Modified Date: April 6, 2024 / 10:10 pm IST
Published Date: April 6, 2024 10:10 pm IST

नयी दिल्ली, छह अप्रैल (भाषा) विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर असहमति की आवाज को कुचलने का आरोप लगाया।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, पार्टी नेता बृंदा करात, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता गोपाल राय, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी और कार्यकर्ता हर्ष मंदर तथा वरिष्ठ पत्रकार पी साईनाथ समेत अन्य ने पुरकायस्थ के प्रति एकजुटता व्यक्त की। ‘न्यूजक्लिक’ पर छापे के बाद अक्टूबर 2023 में पुरकायस्थ को गिरफ्तार किया गया था।

येचुरी ने कहा कि पुरकायस्थ के साथ उनकी दोस्ती जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के दिनों से है। माकपा नेता ने याद किया कि आपातकाल के दौरान भी पुरकायस्थ को गिरफ्तार किया गया था।

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येचुरी ने कहा, ‘‘हम यहां सिर्फ एक व्यक्ति के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए नहीं आए हैं…उन्होंने सभी जन आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’

माकपा नेता ने कहा, ‘‘संसद में अपने आखिरी संबोधन में मैंने कहा था कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम भारत को हिंदू पाकिस्तान न बनाएं। हमें खुद को बचाना होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए प्रबीर जैसी आवाजों की जरूरत है।’’

येचुरी ने कहा कि बिना सबूत के गिरफ्तारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के बीच माकपा की त्रिशूर इकाई के खाते से लेनदेन पर पाबंदी लगा दी गई।

आप नेता गोपाल राय ने भी असहमति और लोगों की आवाज उठाने के लिए विपक्ष को कुचलने की कोशिश के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की।

राय ने कहा, ‘‘पूरे देश में विपक्ष पर हमला हो रहा है। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पांच साल पहले भी थी, लेकिन ईडी को कोई नहीं जानता था। क्या बदला है? ईडी और मोदी एक हैं, इसमें अंतर करना मुश्किल है।’’

सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला करते हुए राय ने कहा, ‘‘दिल्ली के निर्वाचित मुख्यमंत्री जेल में हैं। उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। मोदी कह रहे हैं कि वह भ्रष्टाचार खत्म करना चाहते हैं…अगर कोई इस देश में भ्रष्टाचारियों को बचा रहा है तो वह भाजपा है।’’

माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य बृंदा करात ने कहा कि 75 वर्षीय पुरकायस्थ को अस्थमा है और हाल में उन्हें चार बार फेफड़ों में संक्रमण हुआ है। करात ने कहा, ‘‘मैं उनसे जेल में दो बार मिली, उनकी स्वास्थ्य स्थिति गंभीर थी। वह अस्थमा के मरीज हैं, हाल में उन्हें चार बार सीने में संक्रमण हुआ था।’’

माकपा नेता ने सरकार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सहित सभी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। वृंदा ने कहा, ‘‘जब सब कुछ विफल हो गया तो उन्हें (पुरकायस्थ) काले कानून यूएपीए (गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया गया।’’

वरिष्ठ पत्रकार और कार्यकर्ता पी साईनाथ ने कहा कि पुरकायस्थ को तर्कवादी होने के कारण निशाना बनाया गया। साईनाथ ने नरेंद्र दाभोलकर, एम एम कलबुर्गी और गौरी लंकेश जैसे पत्रकारों के नाम लिए जिनकी हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘तर्कवादी होना प्रबीर का अपराध था।’’

दिल्ली पुलिस ने ‘न्यूजक्लिक’ और उसके संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ यूएपीए मामले में 30 मार्च को लगभग 8,000 पन्नों वाला अपना पहला आरोपपत्र दाखिल किया। ‘न्यूजक्लिक’ पर चीन समर्थक नीतियों को प्रसारित करने का आरोप लगाया गया था।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन अक्टूबर, 2023 को ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और संस्थान के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था।

भाषा आशीष वैभव

वैभव


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