दर्दनाक: प्लीज अंकल मुझे छोड़ दो… मैं मर जाऊंगी, मोबाइल में रिकॉर्ड हुई बिटिया की आखिरी बातें, गुहार लगाई पर बच न पाई

खो-खो की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी की हत्या की जांच आगे बढ़ रही है, इस बीच नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इस घटना का एक ऑडियो सामने आया है, वारदात के समय वह किसी परिचित से फोन पर बात कर रही थी

दर्दनाक: प्लीज अंकल मुझे छोड़ दो… मैं मर जाऊंगी, मोबाइल में रिकॉर्ड हुई बिटिया की आखिरी बातें, गुहार लगाई पर बच न पाई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: September 13, 2021 1:06 pm IST

बिजनौर। bijnor player murder case : खो-खो की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी की हत्या की जांच आगे बढ़ रही है, इस बीच नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इस घटना का एक ऑडियो सामने आया है, वारदात के समय वह किसी परिचित से फोन पर बात कर रही थी। इस दौरान किसी के दबोचने पर वह चिल्लाई, अंकल मुझे छोड़ दो… मैं मर जाऊंगी… परिचित ने किसी अनहोनी की आशंका पर रिकार्डिंग शुरू कर दी। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके बाद फोन गिर गया लेकिन रिकार्डिंग जारी थी, बिटिया के हत्यारोपियों से किए जा रहे संघर्ष की बातें रिकॉर्ड हुई हैं। घटना के खुलासे में पुलिस के लिए यह रिकार्डिंग और अंकल शब्द काफी अहम साबित हो सकती है।

ये भी पढ़ें: JEE Main Result 2021: यहां चेक करें परिणाम, दोपहर से शुरू होगी जेईई एडवांस के लिए आवेदन प्रक्रिया

bijnor player murder case : शुक्रवार को रेलवे स्टेशन के पास रखे स्लीपर के ढेर के बीच राष्ट्रीय खो-खो खिलाड़ी की हत्या कर दी गई थी। रविवार को दिनभर कोतवाली शहर पुलिस, एसओजी, स्पेशल सेल, सर्विलांस टीम सर्वोदय कॉलोनी के चक्कर काट रही थी। सभी बिंदुओं पर विस्तृत जांच चल रही है। अब तक सामने आया है कि खिलाड़ी जब फोन पर बात कर रही थी। दूसरी ओर कॉल पर मौजूद युवक से पूछताछ में सामने आया है कि खिलाड़ी ने सबसे पहले अंकल छोड़ो मुझे, मैं मर जाऊंगी शब्दों का इस्तेमाल करीब तीन से चार बार किया। युवक को मामला गड़बड़ लगा तो उसने रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। करीब पौने दो मिनट की इस ऑडियों में बिटिया ने हत्यारे से खुद को छुड़ाने की भरपूर कोशिश की और गुहार भी लगाई।

 ⁠

ये भी पढ़ें:महिला कांस्टेबल के साथ DSP ने 50 अश्लील वीडियो बनाए, इन हरकतों में बच्चे को भी शामिल किया, Whatsapp status से खुला राज

अनुमान है कि ऑडियो में जब बिटिया मर जाने की बात कह रही है तो हत्यारा उसका गला दुपट्टे से घोंट रहा था। परिजनों को बिटिया के शव के गले में दुपट्टा लिपटा मिला था। ऑडियो में आवाज धीमी है, इससे लग रहा है कि मोबाइल दूर कहीं गिरा हुआ था और कॉल चल रही थी। ऑडियो के बीच में कुछ गाली-गलौज भी है। पुलिस ऑडियो में किसी नाम के होने का जिक्र तो नहीं कर रही, लेकिन ऑडियो से पहले बिटिया ने किसे अंकल कहा, उस शख्स को ढूंढ रही है।

ये भी पढ़ें:बड़े बजट की फिल्मों के निर्माण के लिए टी-सीरिज, रिलांयस एंटरनमेंट में समझौता

बिटिया जिस परिचित युवक से बात कर रही थी, उसने सबसे पहले घटना स्थल के नजदीक रह रहे अपने मित्र को फोन किया और उसे बताया कि उसकी परिचित खिलाड़ी के साथ शायद अनहोनी हो गई है। उसने रिकॉडिंग भेजकर कहा कि वह किसी मुसीबत में है। उसने थोड़ी ही रिकॉर्डिंग सुनी तो मामला गंभीर लगा। सबसे पहले छत से देखा, कुछ नहीं दिखा तो स्लीपर के बीच से जाकर फाटक तक उसे देखकर आया।

ये भी पढ़ें:इंफोसिस, माइक्रोसॉफ्ट ने ऑसग्रिड के साथ बहुवर्षीय समझौता किया

इसी बीच उसे बिटिया की ताई नजर आई तो उसने उनसे आशंका जताई। दोनों ने मिलकर देखा तो पहले चप्पल दिखीं। जिसे देखकर वह अनहोनी होना समझ गए। फिर पास में ही वह पड़ी हुई थी। उसके डिग्री, अन्य शैक्षिक प्रमाणपत्र बिखरे पड़े थे। उसके गले में दुपट्टा लिपटा हुआ था। और देखते ही देखते पूरा परिवार एकत्रित हो गया। परिजनों ने बताया कि वह इंटरव्यू देने गई थी तो उसके पास कुछ रुपये थे। वह कितने थे, यह तो नहीं पता, लेकिन जब घटना स्थल पर देखा तो उसके बैग और पर्स में एक या दो रुपये के सिक्के ही पड़े थे। लग रहा है हत्यारे मोबाइल के साथ-साथ रुपये भी लेकर भाग गए।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com