(फाइल फोटो के साथ)
भुवनेश्वर, 19 अप्रैल (भाषा) ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को लगातार नौवीं बार बीजू जनता दल (बीजद) का अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर झूठा विमर्श फैलाने का आरोप लगाते हुए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं का इसे उजागर करने का आह्वान किया।
बीजद के संगठनात्मक चुनाव अधिकारी पीके देब ने राज्य मुख्यालय ‘शंख भवन’ में आयोजित राज्य परिषद की बैठक में पटनायक को पार्टी अध्यक्ष घोषित किया।
बीजद अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पटनायक ने कहा, ‘‘पिछले विधानसभा चुनाव में हमें हार मिली, हालांकि हमारी पार्टी को अधिक वोट मिले। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि हम झूठे विमर्श का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सके। झूठा विमर्श गढ़ना बीजद के खिलाफ मुख्य रणनीति है। हमें आक्रामकता से इसे उजागर करना चाहिए, खासकर सोशल मीडिया पर।’’
ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पटनायक ने यह भी कहा, “हमें सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति सुधारने की जरूरत है। प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सच्चाई और तथ्य बताने के लिए किया जाना चाहिए और प्रौद्योगिकी के बिना हम लोगों तक नहीं पहुंच सकते।”
पटनायक क्षेत्रीय पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं और इस पद के लिए अकेले उम्मीदवार थे।
देब ने कहा, “पटनायक को निर्विरोध बीजद अध्यक्ष चुना गया।”
देब ने बताया कि पार्टी की राज्य परिषद में 355 सदस्य हैं और उनमें से 80 को राज्य कार्यकारिणी का सदस्य चुना गया है।
सत्तारूढ़ भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए बीजद प्रमुख ने कहा, “कोई भी हमारी पार्टी की संगठनात्मक ताकत को कम न आंके। बीजद कार्यकर्ताओं का जोश बहुत अधिक है। वे हमारी असली ताकत हैं।”
पटनायक ने कहा, “मुझे बीजद कार्यकर्ताओं, भाइयों और बहनों पर पूरा भरोसा है। वे ही दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देंगे। वे ओडिशा के हर गांव और शहर में हमारी ओर से की गई सेवा का संदेश फैलाएंगे।”
पटनायक के नाम की घोषणा होते ही पार्टी के जिला नेताओं ने उन्हें बधाई दी और उन्हें फूल, पेंटिंग तथा भगवान जगन्नाथ का ‘अंग वस्त्र’ और ‘महा प्रसाद’ भेंट किया।
सत्तारूढ़ भाजपा ने पटनायक को बीजद अध्यक्ष बनने पर बधाई दी और कहा कि उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि झूठे विमर्श से उनका क्या आशय है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा, ‘‘हम नवीन बाबू को शुभकामनाएं देते हैं। राजनीतिक लोगों को सभी तरह के बयानों का जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए। लोकतंत्र के लिए यह अच्छी बात है कि विपक्ष मजबूत होने की कोशिश कर रहा है। लेकिन उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि झूठे विमर्श से उनका क्या आशय है। कोई इस तरह के आरोप नहीं लगा सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब बीजद सत्ता में थी, तब (पार्टी में) लोकतंत्र नहीं था। मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री से संवाद नहीं कर पाते थे, कैबिनेट बैठक में कोई चर्चा नहीं होती थी। इसलिए लोगों ने बीजद को नकार दिया है।’’
भाषा शफीक वैभव
वैभव
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