अंकिता हत्याकांड के संबंध में वीडियो-ऑडियो की जानकारी साझा करें लोग : उत्तराखंड पुलिस

अंकिता हत्याकांड के संबंध में वीडियो-ऑडियो की जानकारी साझा करें लोग : उत्तराखंड पुलिस

अंकिता हत्याकांड के संबंध में वीडियो-ऑडियो की जानकारी साझा करें लोग : उत्तराखंड पुलिस
Modified Date: December 27, 2025 / 10:07 pm IST
Published Date: December 27, 2025 10:07 pm IST

देहरादून, 27 दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार को कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो-ऑडियो के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है और अगर किसी व्यक्ति के पास इस संबंध में कोई साक्ष्य या प्रामाणिक जानकारी हो तो वह उसे पुलिस से साझा कर सकता है।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. वी मुरुगेशन ने कहा कि हाल ही में इस प्रकरण के संबंध में कुछ ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे हैं जिनके संबंध में पुलिस द्वारा दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और उनकी जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा, ”जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कानून सम्मत एवं प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।”

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डॉ मुरुगेशन ने अपील की कि यदि किसी भी व्यक्ति के पास इस संबंध में कोई प्रामाणिक जानकारी या साक्ष्य उपलब्ध हों, तो वे जांच एजेंसियों को उपलब्ध करा सकते हैं।

वर्ष 2022 में हुए अंकिता हत्याकांड को ‘एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं संवेदनशील घटना’ बताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी प्राप्त होते ही मामले में तत्काल प्रभावी कार्रवाई की गई।

मुरुगेशन ने कहा कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा तत्काल एक वरिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया जिसके द्वारा घटना में संलिप्त सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया गया तथा यह सुनिश्चित किया गया कि प्रभावी पैरवी के माध्यम से उन्हें किसी भी स्तर पर जमानत न मिल सके।

उन्होंने कहा कि विवेचना एवं मुकदमे की प्रक्रिया के दौरान उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर इस प्रकरण की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराए जाने का अनुरोध किया, लेकिन दोनों ही अदालतों में एसआईटी जांच को निष्पक्ष, पारदर्शी एवं विधिसम्मत मानते हुए इसकी जरूरत से इनकार कर दिया गया।

मुरुगेशन ने कहा कि निचली अदालत में तीनों दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।

उन्होंने कहा कि हत्याकांड की विवेचना के दौरान पहले भी पुलिस ने सार्वजनिक रूप से अपील जारी की थी कि यदि किसी के पास इस संबंध में कोई भी जानकारी, तथ्य अथवा साक्ष्य उपलब्ध हों, तो वे उसे जांच एजेंसियों के साथ साझा करें।

मुरुगेशन ने इस बात पर बल दिया कि सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जाएगी और कानून के अनुरूप दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

ताजा विवाद भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी उर्मिला सनावर के हाल में वायरल वीडियो और उनकी राठौर से कथित बातचीत के ऑडियो से पैदा हुआ है। अपने वीडियो में सनावर ने आरोप लगाया कि अंकिता हत्याकांड में कथित ‘वीआईपी’ ही ‘गट्टू’ नाम का व्यक्ति है।

एक अन्य वीडियो में सनावर ने कथित तौर पर ‘गट्टू’ की पहचान भी जाहिर कर दी जिससे उत्तराखंड की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।

भाषा

दीप्ति रवि कांत


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