पीजीआईएमईआर के चिकित्सकों ने भारत की पहली रोबोट की सहायता वाली वासोवासोस्टॉमी प्रक्रिया की

पीजीआईएमईआर के चिकित्सकों ने भारत की पहली रोबोट की सहायता वाली वासोवासोस्टॉमी प्रक्रिया की

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  • Publish Date - July 10, 2025 / 09:57 PM IST,
    Updated On - July 10, 2025 / 09:57 PM IST

चंडीगढ़, 10 जुलाई (भाषा) स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसके यूरोलॉजी विभाग के चिकित्सकों के एक दल ने भारत में पहली बार रोबोट की मदद से वासोवासोस्टॉमी सफलतापूर्वक की है।

संस्थान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘भारतीय यूरोलॉजी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के यूरोलॉजी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. आदित्य प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. गिरधर बोरा और प्रोफेसर रवि मोहन ने 9 जुलाई को भारत की पहली रोबोट-सहायता प्राप्त वासोवासोस्टॉमी सफलतापूर्वक की है।’’

बयान में आगे कहा गया, ‘‘यह प्रक्रिया पुरुषों की प्रजनन संबंधी सर्जरी में इस्तेमाल की जाने वाली पारंपरिक माइक्रोस्कोप-आधारित तकनीक का एक आधुनिक विकल्प प्रदान करती है।’’

इस प्रक्रिया में 43 वर्षीय रोगी को सर्जरी के अगले दिन छुट्टी दे दी गई।

डॉ शर्मा ने कहा, ‘‘यह नवाचार पीजीआईएमईआर की अत्याधुनिक तकनीक को नैदानिक ​​​​अभ्यास में लाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रोबोट-सहायता प्राप्त वासोवासोस्टॉमी बेहद पतले टांकों (मानव बाल के व्यास से भी पतले) का उपयोग करके सावधानीपूर्वक टांका लगाने की अनुमति देती है, जबकि सर्जन की थकान को कम करती है।’’

भाषा वैभव माधव

माधव