नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सभा और लोकसभा टीवी के विलय से बने संसद टीवी का बुधवार को शुभांरभ किया. इस दौरान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी उपस्थित थे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस है, ‘संसद टीवी’ का शुभारंभ अधिक प्रासंगिक हो जाता है। जब लोकतंत्र की बात आती है, तो भारत की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। भारत लोकतंत्र की जननी है। हमारे लिए लोकतंत्र सिर्फ एक संवैधानिक ढांचा नहीं है, बल्कि एक आत्मा है, यह ‘जीवन धारा’ है.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मीडिया की भूमिका भी बदली है. यह क्रांति ला रही है, यही कारण है कि आधुनिक तकनीक के अनुरूप बदलना महत्वपूर्ण हो जाता है मुझे बताया गया है कि ‘संसद टीवी’ ओटीटी प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया और इसका ऐप भी होगा. उन्होंने कहा कि भारत के लिए लोकतन्त्र केवल एक व्यवस्था नहीं है, एक विचार है. भारत में लोकतंत्र, सिर्फ संवैधानिक स्ट्रक्चर ही नहीं है, बल्कि वो एक स्पिरिट है. भारत में लोकतंत्र, सिर्फ संविधाओं की धाराओं का संग्रह ही नहीं है, ये तो हमारी जीवन धारा है.
Role of media has also changed over the years…it's bringing revolution, which is why it becomes important to transform in line with modern technology… I have been told that 'Sansad TV' will be on OTT platforms, social media and will have its app as well: PM Modi pic.twitter.com/nQn9ObHj3s
— ANI (@ANI) September 15, 2021
उन्होंने कहा कि मेरा अनुभव है कि “कन्टेंट इज़ कनेक्ट” यानी, जब आपके पास बेहतर कन्टेंट होगा तो लोग खुद ही आपके साथ जुड़ते जाते हैं. ये बात जितनी मीडिया पर लागू होती है, उतनी ही हमारी संसदीय व्यवस्था पर भी लागू होती है, क्योंकि संसद में सिर्फ पॉलिटिक्स नहीं है, पॉलिसी भी है. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद लोकतंत्र का दिल है, मीडिया ‘आंख और कान’ है. हमें उनका स्वास्थ्य सुनिश्चित करना है.