PM Modi Speech in Rajyasabha | Source : IBC24
नई दिल्ली। PM Modi Speech in Rajyasabha : राज्यसभा और लोकसभा में बजट सत्र पर चर्चा जारी है। आज संसद के दोनों सदनों में बजट सत्र के पांचवें दिन की कार्यवाही का हंगामेदार आगाज हुआ। विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे भारतीयों का मुद्दा उठाया और चर्चा की मांग की। शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में अपना भाषण दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा कि देश को आगे की दिशा भी राष्ट्रपति जी ने दिखाई है। राष्ट्रपति जी का भाषण प्रेरक, प्रभावी था और हम सब के लिए भविष्य के काम का मार्गदर्शन भी था। मैं आदरणीय राष्ट्रपति जी के उद्बोधन पर धन्यवाद करने के लिए उपस्थित हुआ हूं। सदन में भाषण के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो दूसरी ओर कांग्रेस पर आरोपों की बरसात कर दी। लेकिन इस दौरान पीएम मोदी ने शायरी की कुछ पंक्तियां सुनाकर मल्लिकार्जुन खरगे की चुटकी ली।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि खरगे जी, आपको आपके घर में ये बातें तो सुनने को मिलेंगी नहीं, इसलिए हम आपको ये बता रहे हैं। इस बार मैं देख रहा था खरगे जी कविताएं पढ़ रहे थे, लेकिन जो बातें बता रहे थे, उनको पता था कि ये कविताएं कब की है। भीतर कांग्रेस की दुर्दशा का इतना दर्द पड़ा था। लेकिन वहां कांग्रेस बोल नहीं सकते थे। इसलिए नीरज की कविता के माध्यम से उनके घर के हालात उन्होंने यहां पब्लिश किए। खरगे जी को आज मैं नीरज जी की कविता की कुछ पंक्तियां सुनाना चाहता हूं। पीएम मोदी ने कहा, ‘है बहुत अंधियारा, अब सूरज निकलना चाहिए, जिस तरह से भी हो, ये मौसम बदलना चाहिए।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा, “देश के लोगों ने हमारे विकास के मॉडल को परखा, समझा और समर्थन दिया है। हमारा विकास मॉडल है – ‘राष्ट्र प्रथम’” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “2014 के बाद भारत को शासन का एक वैकल्पिक मॉडल मिला। यह मॉडल तुष्टिकरण पर नहीं, बल्कि संतुष्टि पर केंद्रित है।” पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मॉडल में परिवार पहले सबसे ऊपर है। पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस के कार्यकाल में हर चीज में तुष्टिकरण था। यह उनकी राजनीति करने का तरीका था।” PM मोदी का राज्यसभा में बोले कि कांग्रेस चुनाव के वक्त झुनझुना बांटती है। हमारी सरकार ने SC/ST एक्ट को मजबूत किया। OBC की 3 दशक की मांग को पूरा किया। हमने सामान्य वर्ग को 10% आरक्षण दिया।आज जातिवाद का जहर फैलाने का काम हो रहा। विपक्ष ने समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की। हम जनता- जर्नादन को पूजा करने वाले लोग है।
पीएम मोदी ने कहा कि इनकी सरकार में कभी भी बाबा साहब को भारत रत्न के लायक नहीं समझा गया। इस देश के लोगों ने बाबा साहब की भावना का आदर किया और सर्वसमाज न आदर किया। तब जाकर आज मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़ रहा है, उनका मुंह सूख जाता है। कांग्रेस भी रंग बदलने में माहिर लग रही है। इतनी तेजी से अपना नकाब बदल देते हैं, ये इसमें साफ साफ नजर आ रहा है। कांग्रेस का अध्ययन करेंगे तो कांग्रेस की राजनीति, जैसे हमारा मूल मंत्र रहा सबका साथ, सबका विकास। वैसे उनका रहा दूसरे की लकीर छोटी करना।
इसके कारण उन्होंने सरकारों को अस्थिर किया, किसी भी राजनतीकि दल की सरकार कहीं बनी तो उसको अस्थिर कर दिया। क्योंकि दूसरों की लकीर छोटी करने में वो लगे रहे। ये उन्होंने जो रास्ता चुना है ना, लोकसभा के बाद भी जो उनके साथ थे, वो भी भाग रहे हैं। यही उनकी नीतियों का परिणाम है कि आज कांग्रेस का ये हाल हो गया है। देश की सबसे पुरानी पार्टी, इतनी दुर्दशा। ये औरों की लकीर छोटी करने में अपनी शक्ति खपा रहे हैं ना, इसलिए उनकी ये दशा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू करके समाज के लोहार, कुंभार, सुनार को ट्रेनिंग देना, नए औजार देना, आर्थिक सहायता देना, बाजार उपलब्ध कराना, इन सबके लिए अभियान चलाया हुआ है। इस तबके की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। समाज नियंता में जिसका रोल है, हमें उस विश्वकर्मा समाज की चिंता है। हमने मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी के लोन देने का अभियान चलाया और बड़ी सफलता मिली। हमने स्टैंडअप योजना बनाई जिसका मकसद एससी-एसटी समाज के लोग और किसी भी समाज की महिला को एक करोड़ का लोन बिना गारंटी के। अब हमने इसे डबल कर दिया है। हर कारीगर का सशक्तिकरण, हर समुदाय का सशक्तिकरण और बाबा साहब के सपने को पूरा करने का कार्य हमने मुद्रा योजना से किया है। जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसे मोदी पूजता है। गरीब वंचित का कल्याण हमारी प्राथमिकता है।
इस वर्ष के बजट में भी लेदर, फुटवियर इंडस्ट्री जैसे छोटे क्षेत्रों को हमने स्पर्श किया है जिसका लाभ गरीब-वंचित समाज को मिलने वाला है। खिलौने की बात करें, इस प्रकार के लोग ही इस काम में हैं। बहुत से लोगों को इस काम में मदद दी गई और इसका परिणाम ये है कि हम इसे इंपोर्ट करने की आदत में फंसे थे, आज हम तीन गुना एक्सपोर्ट कर रहे हैं। इसका फायदा गरीब लोगों को मिल रहा है। हमने मछुआरे साथियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया और केसीसी के सारे बेनिफिट्स भी दिए। मत्स्य उत्पादन बढ़ा है।
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