टांडा (होशियारपुर), छह जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान ‘‘सुरक्षा चूक’’ को लेकर भाजपा की आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी की ‘‘जान को खतरे की नौटंकी’’ का उद्देश्य राज्य में ‘‘लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार को गिराने’ का है।
चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के एक सम्मानित नेता हैं, लेकिन उनके कद के नेता को इस तरह की ‘‘घटिया नौटंकी’’ में शामिल होना शोभा नहीं देता।
आधिकारिक बयान के अनुसार, चन्नी यहां न्यू अनाज मंडी में 18 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मोदी की जान को कोई खतरा नहीं है और उन्होंने बुधवार को फिरोजपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैली में लोगों की संख्या कम होने के कारण अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया।
उन्होंने कहा कि रैली स्थल पर खाली कुर्सियों के कारण प्रधानमंत्री ‘सुरक्षा खतरे के तुच्छ कारण’ का हवाला देते हुए राष्ट्रीय राजधानी वापस चले गए।
चन्नी ने आरोप लगाया कि जिस ‘झूठे बहाने’ पर प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा रद्द की, वह ‘‘पंजाब को बदनाम करने और राज्य में लोकतंत्र की हत्या करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है जैसा कि पूर्व में जम्मू और कश्मीर में किया गया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारी एक किलोमीटर से अधिक दूर थे तो प्रधानमंत्री की जान को खतरा कैसे हुआ।
उन्होंने कहा कि जहां मोदी का काफिला रुका, वहां एक नारा भी नहीं लगा, तो उनकी जान को खतरा कैसे हो सकता था।
चन्नी ने कहा कि पंजाबियों ने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है और वे कभी भी प्रधानमंत्री के जीवन तथा सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रैली में जनता की कम उपस्थिति ने राज्य में भाजपा की खराब स्थिति को उजागर कर दिया है।
उन्होंने दावा किया, ‘प्रधानमंत्री और उनकी मंडली की नौटंकी का मकसद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना है।’
लुधियाना के मच्छीवाड़ा में एक अलग कार्यक्रम में चन्नी ने कहा कि अगर अधिकारियों को मोदी की सुरक्षा के लिए खतरा महसूस हुआ था तो प्रधानमंत्री के आसपास के खुफिया अधिकारी क्या कर रहे थे।
भाषा
नेत्रपाल माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)