भाजपा के इस बागी सांसद ने गठित किया नया राजनीतिक दल, अभिनेता राजपाल यादव भी रहे मौजूद | Politics :

भाजपा के इस बागी सांसद ने गठित किया नया राजनीतिक दल, अभिनेता राजपाल यादव भी रहे मौजूद

भाजपा के इस बागी सांसद ने गठित किया नया राजनीतिक दल, अभिनेता राजपाल यादव भी रहे मौजूद

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:56 PM IST, Published Date : September 2, 2018/12:23 pm IST

पानीपत। भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी ने पार्टी की सदस्यता छोड़ दी है। उन्होंने एक नया दल गठित किया है। नए दल का नाम लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी रखा गया है। रविवार को पार्टी का पहला जन अधिवेशन यज्ञ के साथ पानीपत में किया गया। इस दौरान हास्य अभिनेता राजपाल यादव भी सैनी के साथ मौजूद थेअभिनेता यादव ने कहा कि वह लोकतंत्र बचाने के लिए आए हैं

इस मौके पर सैनी ने कहा कि पार्टी पांच मुख्य मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी। नौकरियों में सभी जातियों को जनसंख्या के अनुपात में 100% आरक्षण, एक परिवार एक रोजगार, किसान व मजदूरों को मनरेगा से जोडऩा, अधिकतम दो संतान ही पैदा करने का कानून और राज्यसभा को समाप्त कराने के लिए वह राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन छेड़ेंगे।

यह भी पढ़ें : नायडू की किताब विमोचन के मौके पर मोदी ने साधा विपक्ष पर निशाना, ये कहा

बता दें कि इससे पहले भाजपा में रहते हुए ही राजकुमार सैनी जाट आरक्षण के विरोध में आवाज उठाते रहे हैं। कई मसलों पर भाजपा से अलग विचारधारा के चलते उन्होंने वर्ष 2015 में लोकतंत्र सुरक्षा मंच नामक संस्था गठित की थी। इसके बैनर तले उन्होंने अलग से रैलियों व सम्मेलन आयोजित करना शुरु कर दिया था। अब उन्होंने इसी मंच को राजनीतिक दल का रूप दे दिया है।

जाट आंदोलन में हिंसा के लिए भाजपा की प्रदेश और केंद्र सरकारों पर ठीकरा फोड़ते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी से आठ महीनों में ही उनका मोहभंग हो गया था। मौजूदा सरकार भी कांग्रेस की नीतियों पर चल रही है। सैनी ने राज्यसभा को विकास में रोड़ा बताया। उन्होंने कहा कि संसद के ऊपरी सदन में शुरुआती चार वर्षों में विपक्ष का ही बहुमत रहता है। ऐसे में चुनकर लोकसभा पहुंचे जनप्रतिनिधियों द्वारा पारित नियमों को चोर दरवाजे से राज्यसभा पहुंचे लोग पारित नहीं होने देते।

यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़, बचकर निकल भागे 3 आतंकी

सैनी ने कहा कि वर्षों से यही खेल चल रहा है। जो लोग अपने वार्ड में पंच नहीं बन सकते वे राज्यसभा चले जाते हैं और फिर सरकार भी वही चलाते हैं। वर्तमान सरकार के कई शीर्ष मंत्रियों के नाम गिनाते हुए उन्होंने कहा कि जब ऐसे लोगों को सरकार में अहम जगह दी जा सकती है तो चुने हुए जनप्रतिनिधियों को क्यों नहीं।

 

 वेब डेस्क, IBC24