केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री धामों के कपाट खुले, चारधाम यात्रा शुरू |

केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री धामों के कपाट खुले, चारधाम यात्रा शुरू

केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री धामों के कपाट खुले, चारधाम यात्रा शुरू

:   Modified Date:  May 10, 2024 / 07:27 PM IST, Published Date : May 10, 2024/7:27 pm IST

देहरादून, 10 मई (भाषा) उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए और इसी के साथ इस वर्ष की चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया।

रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट सुबह सात बजे खुले जबकि उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम के कपाट 10 बजकर 29 मिनट पर और गंगोत्री के कपाट अपराह्न 12 बजकर 25 मिनट पर खोले गए। इस दौरान धामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अपनी पत्नी गीता के साथ केदारनाथ में द्वार खोले जाने की प्रक्रिया के साक्षी बने। इस दौरान बदरीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय भी मौजूद थे।

‘बम-बम भोले’ और ‘बाबा केदार की जय’ के उद्घोष के साथ प्रात: सात बजे विधि विधान से विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच केदारनाथ मंदिर का मुख्य द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।

इस अवसर पर सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट के बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ मंदिर परिसर में मौजूद करीब 10 हजार श्रद्धालु भक्ति भाव में डूब गए।

केदारनाथ में मौसम साफ रहा, लेकिन आसपास बर्फ के कारण सर्द हवाएं चल रही थीं । ठंड के बावजूद श्रद्धालु परिसर में डमरू के साथ नृत्य करते दिखाई दिए। मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गयी।

यमुनोत्री धाम के कपाट 10 बजकर 29 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस दौरान परिसर में करीब छह हजार श्रद्धालु मौजूद थे जो ‘मां यमुना की जय’ का उद्घोष कर रहे थे।

इससे पहले, मां यमुना की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली से अपने भाई शनि देव के साथ कालिंदी पर्वत की तलहटी में स्थित यमुनोत्री धाम पहुंची।

मां गंगा के मंदिर गंगोत्री के कपाट भी अभिजित मुहूर्त में 12 बजकर 25 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। ‘हर हर गंगे’ और ‘जय गंगा मैया’ के जयकारे के साथ विधिवत पूजा अर्चना के बाद मंदिर के कपाट खोले गए।

इस दौरान मंदिर में सेना की एक रेजीमेंट के बैंड की स्वरलहरियों ने माहौल को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। रेजीमेंट ने श्रद्धालुओं के लिए लंगर की भी व्यवस्था की थी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को बधाई दी और देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तीर्थयात्रियों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस बार चारधाम यात्रा नया कीर्तिमान बनाएगी। चार धामों में शामिल एक अन्य धाम बदरीनाथ के कपाट रविवार को सुबह छह बजे खुलेंगे ।

भाषा दीप्ति दीप्ति संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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