Falahar Ke Niyam By Premananda Maharaj
नई दिल्ली: Premananda Maharaj इस समय पूरे देश में गणपति उत्सव को लेकर जबरदस्त धूम मची हुई है। घर से लेकर पंडालों तक बप्पा के जयकारे गूंज रहे हैं। श्रद्धालु बड़ी आस्था और भक्ति भाव से गणपति की आराधना कर रहे हैं। महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत और अन्य राज्यों में भी गणेशोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसके बाद अब 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के साथ गणपति का विसर्जन किया जाएगा।
Premananda Maharaj इसी बीच गणपति विसर्जन को लेकर एक संत ने प्रेमानंद जी महाराज से सवाल किया कि एक नदी या एक समुद्र या कहीं भी ऐसे तालाब करते हैं? जिसके बाद प्रेमानंद जी महाराज ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जेसीबी के द्वारा मतलब गणेश भगवान की जो मूर्तियां हैं ना, जहां-जहां विसर्जित की गई थीं, उनके ऊपर वो जेसीबी से समेट रहा है। ऊपर से जेसीबी के द्वारा ऐसे उनको बहुत-बहुत यही बहुत हानि का विषय है।
प्रेमानंद जी ने कहा कि हम जिनको तिलक लगाए, जिनकी आराधना की, जिनको भोग लगाया और उनकी बाद में ऐसी स्थिति कि जेसीबी उनके ऊपर चले, उनको रौंदा जाए। तो हमें तो लगता है कि चाहे अंबा की चाहे गणेश जी की, हम कह रहे कि अगर आप उनकी आराधना करते हो और आपका विसर्जन का ही स्वरूप है, तो ऐसा तालाब बनवा दो कि जिसमें जल खूब भरा हुआ हो और उसमें विसर्जित कर दो।
उन्होंने आगे कहा कि क्या पूजा तुमने की, जब उनकी बाद में पहले गणेश जी थे, अब गणेश जी नहीं केवल तुम्हारे विसर्जन करने से गणेश जी का अस्तित्व खत्म हो जाएगा क्या। गणेश जी तो गणेश जी ही हैं, हमारे प्रभु की छवि हैं।
हमारे प्रभु की छवि चार दिन पूजी, इसके बाद फिर ऐसा नहीं। कल-परसों एक प्रश्नकर्ता ने दिखाया था कि वो हमारे विघ्नहर्ता 11 दिन बाद चले गए। नहीं-नहीं तो विघ्नहर्ता के शरीर में विघ्न आ जाएगा क्या। विघ्नहर्ता के शरीर में विघ्न आ जाएगा, तो विघ्न का मतलब कि उनके ऊपर जेसीबी भी चलवा दो, बाद में विघ्न नहीं और पाप ऊपर चढ़ जाएगा, अपराध बनेगा और दुर्गति होगी।