महाराष्ट्र में लगा राष्ट्रपति शासन, राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने भी लगाई मुहर

महाराष्ट्र में लगा राष्ट्रपति शासन, राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने भी लगाई मुहर

महाराष्ट्र में लगा राष्ट्रपति शासन, राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने भी लगाई मुहर
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: November 12, 2019 11:38 am IST

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के 20 वें दिन आखिरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। तमाम जद्दोजहद के बाद भी किसी राजनीतिक दल ने सरकार के लिए जरूरी जादुई आकड़ा नही जुटा पाया। जिसके बाद आज राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी। इसके पहले आज मोदी केबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पास हुआ उसके बाद राष्ट्रपति ने भी स्वीकृति दे दी। इसी के साथ महाराष्ट्र में जारी संघर्ष का अंत हो गया।

यह भी पढ़ें – नशे में धुत युवती कार रोककर करने लगी अजीबो-गरीब हरकत, वीडियो बनाते …

शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल के उस फ़ैसले को चुनौती दी गई है जिसमें राज्यपाल ने शिवसेना की मांग को ठुकरा दिया था। शिवसेना ने मांग की थी कि उन्हें एनसीपी और कांग्रेस से समर्थन का लेटर लेने के लिए तीन दिन का समय दिया जाए। याचिका में आरोप लगाया कि गवर्नर बीजेपी के इशारों पर काम कर रहे हैं। उन्हें सरकार बनाने के लिए ज़रूरी वक़्त नहीं दिया।

 ⁠

यह भी पढ़ें —महाराष्ट्र में मोदी कैबिनेट ने दी राष्ट्रपति शासन लगाने की अनुमति, अब राष्ट्र…

गवर्नर ने जहां बीजेपी को समर्थन जुटाने के लिए 48 घंटे का वक़्त दिया। वहीं शिव सेना को NCP, कांग्रेस का समर्थन जुटाने के लिए महज 24 घंटे मिले। शिव सेना ने कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने चीफ़ जस्टिस से पूछा है कि याचिका को सुनवाई के लिए कब लिस्ट करना है। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के नेताओं कपिल सिब्‍बल और अहमद पटेल से इस बारे में संपर्क भी किया।

यह भी पढ़ें — बीजेपी ने खेला बड़ा दांव, 4 बड़े कारण जिससे सरकार बनाने से हटी पीछे…

गौरतलब है कि नौ नवंबर को पिछले विधानसभा की मियाद खत्‍म हुई थी। इससे पहले राज्‍यपाल ने बीजेपी, शिवसेना के बाद एनसीपी को आज शाम साढ़े आठ बजे तक समर्थन जुटाने का वक्‍त दिया था। लेकिन संभवतया राज्‍यपाल को ऐसा लगा कि कोई भी दल या गठबंधन स्थिर सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है, लिहाजा राष्‍ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी।

<iframe width=”892″ height=”502″ src=”https://www.youtube.com/embed/oMH6GBAWXJc” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com