1984 सिख दंगा, प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाल कर मांगा न्याय, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर हिरासत में

1984 सिख दंगा, प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाल कर मांगा न्याय, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर हिरासत में

1984 सिख दंगा, प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाल कर मांगा न्याय, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर हिरासत में
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: November 3, 2018 12:07 pm IST

नई दिल्ली। 1984 के सिख दंगे को लेकर दिल्ली में शिरोमणि अकाली दल के नेता-कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर मार्च निकाला। उनकी मांग है कि इस दंगे में जो मारे गए हैं उस परिवार को न्‍याय मि‍लना चाहिएप्रदर्शनकारियों में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर भी शामिल थीं, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया

केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि हम 34 साल से न्‍याय मांग रहे हैं। इस दंगे में हजारों सिखों की हत्या कर दी गई थी। औरतों और लड़कियों के साथ ज्‍यादती हुई थी। कई लोग इस दौरान बेघर हो गए थे।  उन्होंने कहा कि इस तरह के अत्याचार भारत के इतिहास में एक धब्बा है। किसी को अब तक न्‍याय नहीं मिला है। कोर्ट इस संबंध में संज्ञान क्‍यों नहीं ले रहा है। शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतला भी फूंका।

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बता दें कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2800 सिखों के मारे जाने का जिक्र है। इसमें सबसे ज्यादा 2100 सिख दिल्ली में मारे गए थे। सिख विरोधी दंगे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख सुरक्षाकर्मी द्वारा हत्या के विरोध में हुए थे। इसका सर पूरे देश पर पड़ा था। सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार के भी शामिल होने का आरोप है। कांग्रेस पर जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को बचाने का आरोप है। इन दोनों नेताओं पर दंगे में अहम भूमिका निभाने का आरोप है।

वेब डेस्क, IBC24


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