नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को ऐसी रूपरेखा की शुरुआत की जो शहरी नियोजन और विकास को लेकर जलवायु-संवेदनशील दृष्टिकोण विकसित करने के लिये शहरों को एक रोडमैप प्रदान करेगा।
केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री पुरी ने ‘स्ट्रीट फॉर पीपुल चैलेंज’ की भी शुरुआत की।
पुरी ने डिजिटल कार्यक्रम के दौरान ‘स्मार्ट शहर जलवायु आकलन तंत्र 2.0’ लांच करने के बाद कहा, ”ऐसा अनुमान है कि जलवायु परिवर्तन से भारत की जीडीपी पर वार्षिक आधार पर 2 से 6 प्रतिशत तक प्रभाव पड़ेगा। इसका अर्थ है कि अगर अब हम इन जलवायु खतरों से नहीं निपट पाए तो इससे हमारे भविष्य के लक्ष्य और निवेश बुरी तरह प्रभावित होंगे। ”
मंत्रालय ने एक बयान में पुरी के हवाले से कहा कि बीते दशक में चक्रवात, बाढ़, लू, जल का अभाव और सूखे जैसे हालात देखे गए हैं, जिसका कई शहरों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इस पहल से शहरी नियोजन को लेकर जलवायु संवेदनशील दृष्टिकोण विकसित होगा।
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