रेल मंत्री ने टिकट आरक्षण प्रणाली की समीक्षा की, यात्री सुविधाओं में सुधार पर दिया जोर

रेल मंत्री ने टिकट आरक्षण प्रणाली की समीक्षा की, यात्री सुविधाओं में सुधार पर दिया जोर

रेल मंत्री ने टिकट आरक्षण प्रणाली की समीक्षा की, यात्री सुविधाओं में सुधार पर दिया जोर
Modified Date: June 30, 2025 / 12:45 am IST
Published Date: June 30, 2025 12:45 am IST

नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में यात्री टिकट आरक्षण प्रणाली में जारी सुधारों की प्रगति की समीक्षा की और यात्री सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल टिकट प्रणाली की आवश्यकता को रेखांकित किया। मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय के मुताबिक वैष्णव के मार्गदर्शन में अधिकारी ट्रेन के प्रस्थान से चार घंटे पहले की बजाय आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इससे दूरदराज के स्थानों या प्रमुख शहरों के उपनगरों से लंबी दूरी की रेलगाड़ियों में सवार होने वाले यात्रियों को लाभ होगा। प्रतीक्षा सूची की पुष्टि नहीं होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए भी अधिक समय मिलेगा।’’

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इसमें कहा गया है, ‘‘नई उन्नत यात्री टिकट आरक्षण प्रणाली (पीआरएस)से प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग की सुविधा मिलेगी। यह वर्तमान पीआरएस में प्रति मिनट 32,000 टिकटों की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक होगी।’’

मंत्रालय ने कहा कि नई यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) में बहुभाषी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बुकिंग और पूछताछ सुविधा भी है।

अधिकारियों ने बताया कि नए पीआरएस में उपयोगकर्ता अपनी पसंद की सीट दर्ज करा सकेंगे और किराया सूची देख सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसमें दिव्यांगजनों, छात्रों और मरीजों आदि के लिए भी एकीकृत सुविधाएं हैं।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘तत्काल बुकिंग के लिए भारतीय रेलवे सुव्यवस्थित प्रमाणीकरण एक जुलाई, 2025 से शुरू करेगा जिसमें केवल प्रमाणित उपयोगकर्ताओं को ही आईआरटीसी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति होगी।’’

इसमें इस बात पर जोर दिया गया कि जुलाई के अंत से तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण किया जाएगा।

मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल बुकिंग के लिए प्रमाणीकरण तंत्र को व्यापक बनाने के निर्देश दिए।

भाषा धीरज शोभना

शोभना


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