हिल्सा मछली के जरिए पर्यटकों को लुभाने की कोशिश कर रहा है रेलवे

हिल्सा मछली के जरिए पर्यटकों को लुभाने की कोशिश कर रहा है रेलवे

हिल्सा मछली के जरिए पर्यटकों को लुभाने की कोशिश कर रहा है रेलवे
Modified Date: November 29, 2022 / 07:53 pm IST
Published Date: July 17, 2021 11:15 am IST

कोलकाता, 17 जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल में मानसून की बारिश से जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है, वहीं बारिश के मौसम के साथ बेहद स्वादिष्ट मानी जाने वाली हिल्सा मछली के बाजार में आने से लोगों को इसका लुत्फ उठाने का मौका मिल रहा है।

लोग हिल्सा मछली को उबालकर, तलकर अथवा सरसों के पेस्ट के साथ पका कर इसके जायके का आनंद ले रहे हैं।

हिल्सा मछली के प्रति लोगों की दीवानगी को देखते हुए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने पर्यटकों के लिए कोलकाता से कोलाघाट तक के सफर के तहत रूपनारायण नदी के तट पर रुकने का एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन करने की योजना प्रस्तुत की है।

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आईआरसीटीसी के पूर्वी जोनल प्रमुख देबाशीष चंदा ने कहा कि इस तरह की पहली दिन की यात्रा 25 जुलाई को अधिकतम 20 पर्यटकों के साथ होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘पर्यटकों को लग्जरी मिनी बसों के जरिए रूपनारायण नदी के तट पर ले जाया जाएगा, जो सुबह 10.30 बजे एस्प्लेनेड से रवाना होंगी। यात्रा के दौरान उन्हें हल्का नाश्ता दिया जाएगा।’’कोलकाता से करीब 75 किलोमीटर दूर कोलाघाट पहुंचने पर उनमें से प्रत्येक को स्वागत के रूप में विशेष पेय दिया जाएगा।

देबाशीष चंदा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ इसके बाद कोलाघाट पर दोपहर का शानदार भोजन उनका इंतजार कर रहा होगा, जहां उन्हें हिल्सा मछली के विभिन्न व्यंजन प्रस्तुत किए जाएंगे। इसमें ‘इलिश पुलाव’ और ‘भापा इलिश’ जैसे व्यंजन दिए जाएंगे।’’

वापसी यात्रा के दौरान पर्यटकों को राधा माधव मंदिर और लेखक शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के देउल्टी स्थित घर का भी भ्रमण कराया जाएगा। आईआरसीटीसी के अधिकारी ने बताया कि इस पूरी यात्रा के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 2,999 रुपये का भुगतान करना होगा। यह यात्रा 25 जुलाई, आठ और 22 अगस्त के अलावा पांच सितंबर को आयोजित की जाएगी।

भाषा रवि कांत उमा

उमा


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