रक्षाबंधन पर दिल्ली में दिन भर हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

रक्षाबंधन पर दिल्ली में दिन भर हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

रक्षाबंधन पर दिल्ली में दिन भर हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Modified Date: August 9, 2025 / 10:31 pm IST
Published Date: August 9, 2025 10:31 pm IST

नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में रक्षाबंधन के दिन शुक्रवार रात से लगातार बारिश जारी रही, जिससे शहर का अधिकांश हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और कई आवासीय कॉलोनियों में पानी भर गया।

शनिवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले24 घंटों में सफदरजंग में 78.7 मिलीमीटर, प्रगति मैदान में 100 मिमी, लोधी रोड में 80 मिमी, पूसा में 69 मिमी और पालम में 31.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।

सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सफदरजंग में 25.9 मिमी अतिरिक्त वर्षा दर्ज की।

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जलमग्न इलाके, उखड़े हुए पेड़ और खराब सड़कों के कारण दिल्ली का अधिकांश हिस्सा अस्त-व्यस्त हो गया।

रिंग रोड, आनंद पर्वत, न्यू रोहतक रोड, जखीरा रेलवे अंडरपास, जीटीके डिपो, जहांगीरपुरी, आदर्श नगर, पंचकुइयां मार्ग, मथुरा रोड, शास्त्री भवन, आरके पुरम, मोती बाग और किदवई नगर में जलभराव और भारी यातायात जाम की सूचना मिली।

प्रगति मैदान सुरंग, धौला कुआं, आईटीओ, सैनिक फार्म के पास एमबी रोड, सराय काले खां, डिफेंस कॉलोनी अंडरपास, आजादपुर मार्केट, पीरागढ़ी चौक, पुल प्रहलादपुर, जखीरा अंडरपास और नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास के इलाके में भी भारी यातायात जाम देखा गया।

जवाहरलाल नेहरू (जेएलएन) मेट्रो स्टेशन गेट नंबर एक के पास पेड़ उखड़ जाने के कारण दयाल सिंह कॉलेज रोड (सुनहरी पुलिया बस डिपो से जेएलएन स्टेडियम की ओर) पर वाहन रेंगते रहे और जलभराव के कारण जाकिरा अंडरपास बंद रहा।

आजाद मार्केट रेलवे अंडरपास, राम बाग रोड और अन्य जलमग्न हिस्सों पर यातायात को दूसरी तरफ मोड़ दिया गया।

दिल्ली यातायात पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इसे लेकर कई परामर्श जारी किए।

इसमें कहा गया है, ‘यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे जाकिरा अंडरपास से बचें और करोल बाग तथा पश्चिमी दिल्ली क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए रोड नंबर 40, स्वामी नारायण मार्ग तथा न्यू रोहतक रोड होते हुए वैकल्पिक मार्ग अपनाएं।’

एक अन्य परामर्श में लोगों से दिल्ली मेट्रो सेवाओं का विकल्प चुनने का आग्रह किया गया।

दिल्ली लोक निर्माण विभाग को जलभराव के संबंध में कम से कम 30 कॉल प्राप्त हुईं।

पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया, ‘अधिकांश जलभराव वाले स्थानों को साफ कर दिया गया है और अब यातायात सामान्य रूप से चल रहा है। जलभराव को कम करने के लिए सभी स्थानों पर पानी के पंपों के साथ त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किए गए हैं।’

मौसम विभाग ने रविवार को आसमान में बादल छाए रहने तथा अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है।

वहीं राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को कम से कम 14 वर्षों में अगस्त का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया, जब शहर में लगातार बारिश के बाद अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.8 डिग्री कम है।

वर्ष 2011 से उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में पिछला सबसे कम अधिकतम तापमान 2012 में 27.9 डिग्री सेल्सियस था।

बारिश शुक्रवार आधी रात के आसपास शुरू हुई और शनिवार पूरे दिन जारी रही।

भाषा

शुभम माधव

माधव


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