राजस्थान: अंजुमन मोइनिया फखरिया ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की
राजस्थान: अंजुमन मोइनिया फखरिया ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की
जयपुर, 27 दिसंबर (भाषा) राजस्थान में अजमेर शरीफ दरगाह के खादिमों (सेवक) का प्रतिनिधित्व करने वाली अंजुमन मोइनिया फखरिया ने शनिवार को बांग्लादेश और भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की कथित घटनाओं की निंदा की और शांति, न्याय व जवाबदेही की मांग की।
‘अंजुमन सैयद जादगान’ ने हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स के समापन पर जारी एक संदेश में बांग्लादेश में हिंदुओं पर लक्षित हमलों की उन खबरों पर चिंता व्यक्त की, जिनमें दीपू चंद्र दास की हत्या की घटना भी शामिल है। अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा, “ऐसे नफरत भरे कृत्य, चाहे वे किसी के भी खिलाफ हों इंसानियत और ईमान दोनों के बुनियादी सिद्धांतों के विरुद्ध हैं।”
अंजुमन ने भारत के सज्जादानशीन और दरगाहों के संरक्षकों से अत्याचारों के विरुद्ध संयुक्त नैतिक आवाज उठाने और बांग्लादेश में सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए खड़े होने की अपील की।
अंजुमन ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को सशक्त रूप से कायम रखने और सांप्रदायिक हिंसा में लिप्त सभी दोषियों को शीघ्र न्याय के कठघरे में लाने की अपील की।
अंजुमन ने बयान में कहा,“जब नागरिकों को केवल उनके धर्म के कारण निशाना बनाया जाता है, तो हमारे गणराज्य की बुनियाद हिल जाती है। केंद्र और राज्य सरकारों को नफरत-प्रेरित हिंसा के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए।”
अंजुमन ने अंतरधार्मिक सद्भाव, संवाद व अमन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और सभी समुदायों से विभाजनकारी भाषणों को ठुकराने और सह-अस्तित्व के मूल्यों को मजबूत करने की अपील की।
भाषा पृथ्वी जितेंद्र
जितेंद्र

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