हिमाचल प्रदेश में 75.6 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान, आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश में 75.6 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान, आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद
नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 75.6 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान हुआ। राज्य के निर्वाचन अधिकारियों के पास रविवार को उपलब्ध आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
राज्य में शनिवार को एकल चरण में मतदान हुआ था और डाक मतपत्र अब भी प्राप्त हो रहे हैं।
इससे पहले, 2017 के विधानसभा चुनाव में 75.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।
कुल महिला मतदाताओं में से 76.8 प्रतिशत और पुरुषों में से 72.4 प्रतिशत ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। तीसरे लिंग का मतदान प्रतिशत 68.4 प्रतिशत रहा।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने राज्य मुख्यालय को प्राप्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए एक बयान में कहा कि राज्य में अनुमानित मतदान प्रतिशत 75.6 है।
उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से 74.6 प्रतिशत मत पड़े।
बयान में कहा गया, ‘‘इसके अलावा, एक प्रतिशत डाक मतपत्र पहले ही प्राप्त हो चुके हैं, जिससे अब तक कुल मतदान 75.6 प्रतिशत हो गया है और लगभग दो प्रतिशत डाक मतपत्र अभी प्राप्त होने हैं।’’
सबसे अधिक 85.25 प्रतिशत मतदान दून विधानसभा क्षेत्र में और सबसे कम मतदान (62.53 प्रतिशत) शिमला विधानसभा सीट पर हुआ।
बयान में कहा गया है कि इस विधानसभा चुनाव में राज्य निर्वाचन विभाग ने 2017 के चुनाव में कम मतदान वाले 11 निर्वाचन क्षेत्रों पर बहुत ध्यान दिया।
इन निर्वाचन क्षेत्रों – धरमपुर, जयसिंहपुर, शिमला, बैजनाथ, भोरंज, सोलन, कसुम्पटी, सरकाघाट, जसवां प्रागपुर, हमीरपुर और बड़सर – के तुलनात्मक विश्लेषण से पता चला कि 11 में से नौ सीट पर मतदान प्रतिशत में अंततः सात प्रतिशत तक का सुधार हुआ।
निर्वाचन आयोग ने चुनाव संबंधी कानूनों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘एग्जिट पोल’ (चुनाव बाद सर्वेक्षण) के नतीजे पांच दिसंबर को शाम साढ़े पांच बजे के बाद दिखाए जा सकते हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के तहत पांच दिसंबर को मतदान होना है।
गुजरात चुनाव के पहले चरण के तहत एक दिसंबर को मतदान होगा। हिमाचल प्रदेश और गुजरात तथा विभिन्न जगहों पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना आठ दिसंबर को होगी।
हिमाचल प्रदेश में मतदान शनिवार की सुबह आठ बजे धीमी गति से शुरू हुआ था, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया और सूरज निकलने से ठंड से राहत मिली, मतदान तेज होता गया।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
नेत्रपाल

Facebook



