रेजिडेंट चिकित्सकों की 2.7 करोड़ रु. की संपत्ति क्षतिग्रस्त, कंपनी से मांगेंगे राशि: मंत्री

रेजिडेंट चिकित्सकों की 2.7 करोड़ रु. की संपत्ति क्षतिग्रस्त, कंपनी से मांगेंगे राशि: मंत्री

रेजिडेंट चिकित्सकों की 2.7 करोड़ रु. की संपत्ति क्षतिग्रस्त, कंपनी से मांगेंगे राशि: मंत्री
Modified Date: June 18, 2025 / 09:33 pm IST
Published Date: June 18, 2025 9:33 pm IST

अहमदाबाद, 18 जून (भाषा) गुजरात सरकार पिछले सप्ताह लंदन के गैटविक जा रही एअर इंडिया की उड़ान एआई171 के अहमदाबाद स्थित एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराने के बाद रेजिडेंट चिकित्सकों के सामान को हुए नुकसान के लिए विमानन कंपनी से 2.70 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति मांगेगी। राज्य के एक मंत्री ने बुधवार को यह जानकारी दी।

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्य सरकार के प्रवक्ता ऋषिकेश पटेल ने गांधीनगर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार ने विमान दुर्घटना के बाद चार एमबीबीएस छात्रों सहित जमीन पर मारे गए लोगों को मुआवजा देने के मुद्दे पर अभी तक फैसला नहीं किया है।

अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 12 जून की दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद चालक दल के सदस्यों सहित 242 यात्रियों को लेकर गैटविक जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई 171) विमान मेघाणी नगर क्षेत्र में बी जे मेडिकल कॉलेज के एक छात्रावास और कैंटीन पर गिर गया। इस दुर्घटना में विमान में सवार 241 व्यक्तियों के अलावा जमीन पर मौजूद 29 लोगों की मौत हो गई।

 ⁠

पटेल ने कहा, ‘‘हमारे आकलन के अनुसार, रेजिडेंट चिकित्सकों (जो विमान दुर्घटना के समय छात्रावास में थे) की 2.70 करोड़ रुपये की संपत्ति (निजी सामान) को नुकसान पहुंचा है। हम एअर इंडिया से इसका दावा करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘नागरिक उड्डयन मंत्रालय अन्य विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर विमान दुर्घटना की जांच कर रहा है और राज्य सरकार की इस जांच में कोई भूमिका नहीं है।’’

पटेल ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और पूरे मंत्रिमंडल ने बैठक के दौरान अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिवार के सदस्यों को भी शोक संदेश भेजा है।

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश


लेखक के बारे में