SP Transfer News: इस जिले के एसपी पर बड़ा एक्शन, तत्काल प्रभाव से​ किया गया ट्रांसफर, जानें किस वजह से लिया गया बड़ा फैसला

SP Transfer News: इस जिले के एसपी पर बड़ा एक्शन, तत्काल प्रभाव से​ किया गया ट्रांसफर, जानें किस वजह से लिया गया बड़ा फैसला

SP Transfer News: इस जिले के एसपी पर बड़ा एक्शन, तत्काल प्रभाव से​ किया गया ट्रांसफर, जानें किस वजह से लिया गया बड़ा फैसला

SP Transfer News. Image- IBC24 News File

Modified Date: October 11, 2025 / 10:16 pm IST
Published Date: October 11, 2025 10:13 pm IST
HIGHLIGHTS
  • SP नरेंद्र बिजारनिया हटाए गए
  • दलित IPS अधिकारी की आत्महत्या से सियासत गरमाई
  • परिवार का विरोध जारी

चंडीगढ़: SP Transfer News हरियाणा सरकार ने शनिवार को रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र बिजारनिया को हटा दिया। बिजारनिया उन पुलिसकर्मियों में से एक हैं जिनके खिलाफ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार की पत्नी ने कथित तौर पर पति को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में कार्रवाई की मांग की थी। वहीं विपक्ष ने कहा कि कुमार के परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2001 बैच के अधिकारी वाई पूरण कुमार (52) ने मंगलवार को यहां सेक्टर 11 में स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

SP Transfer News कुमार ने सुसाइड नोट में कुछ अधिकारियों का नाम लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। नोट में बिजारनिया और हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर सहित आठ वरिष्ठ पुलिसकर्मियों पर ‘‘जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार’’ का आरोप लगाया गया था। आईपीएस अधिकारी की ‘‘आत्महत्या’’ से जुड़े मामले पर अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को मृतक के परिवार के सदस्यों को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने कहा है कि हम मामले की जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो।’’ सैनी ने विपक्षी दलों से इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने को कहा। विवाद गहराने पर हरियाणा के कई अधिकारियों और मंत्रियों तथा विभिन्न राज्यों के राजनेताओं ने शनिवार को कुमार की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार से मुलाकात की। अमनीत, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की वरिष्ठ अधिकारी हैं।

 ⁠

पूरण कुमार के आवास का दौरा करने वाले चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों ने कुछ शिकायतों के कारण पोस्टमार्टम के लिए अपनी सहमति देने से इनकार कर दिया है और उन्हें हल करने के लिए चर्चा चल रही है। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, आईपीएस अधिकारी सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है और बिजारनिया की नियुक्ति का आदेश अलग से जारी किया जाएगा। कुमार के परिवार ने आज आरोप लगाया कि बिना उनकी सहमति के शव को पीजीआईएमईआर स्थानांतरित कर दिया गया है। कुमार का शव पहले चंडीगढ़ के सेक्टर-16 में स्थित गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में रखा गया था, जो शनिवार को पीजीआईएमईआर (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च) ले जाया गया।

आम आदमी पार्टी के विधायक और पूरण के साले अमित रतन ने कहा, ‘‘बिना हमसे पूछे शव को स्थानांतरित कर दिया गया। हमारे साथ अन्याय हो रहा है। एक डीजीपी स्तर के अधिकारी की मौत को पांच दिन हो गए हैं, लेकिन हमें अब तक न्याय नहीं मिला।’’ दलित संगठन ‘वाल्मीकि आर्मी’ के सदस्य मुकेश कुमार ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन परिवार की सहमति के बिना शव को पीजीआईएमईआर ले गया। मुकेश कुमार ने कहा कि जब तक परिवार को न्याय नहीं मिलता और मामले में कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक पोस्टमार्टम और दाह संस्कार की अनुमति नहीं दी जाएगी।

मुकेश कुमार संगठन द्वारा गठित 31 सदस्यीय समिति के सदस्य हैं, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अधिकारी के परिवार की मांगों और चिंताओं का समाधान किया जाए। समिति के एक अन्य प्रतिनिधि ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हरियाणा के डीजीपी कपूर और रोहतक के निवर्तमान एसपी नरेंद्र बिजारनिया को सेवा से बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। आईपीएस अधिकारी की पत्नी से मिलने वाले प्रमुख नेताओं में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा और चरणजीत सिंह चन्नी और आप नेता मनीष सिसोदिया शामिल थे।

सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि आईपीएस अधिकारी की ‘‘आत्महत्या’’ ने देश की आत्मा को झकझोर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक हृदय विदारक घटना है।’’ सुरजेवाला ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अगर एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के मामले में न्याय सुनिश्चित नहीं हो सकता, तो आम लोगों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि यदि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को जातिगत भेदभाव और व्यवस्था द्वारा भेदभाव का सामना करने के बाद आत्महत्या करनी पड़ती है, तो देश में, विशेषकर हरियाणा में मौजूदा परिस्थितियों की कल्पना आसानी से की जा सकती है।

चन्नी ने हरियाणा के अधिकारी की मौत को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोला और कहा कि उनके परिवार को न्याय मिलना चाहिए। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह (कुमार) दलितों के अधिकारों के लिए लड़ते थे और उन्होंने अपनी जान भी दे दी। पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन उनके परिवार को न्याय नहीं मिला है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से कुमार के सेक्टर 24 स्थित घर का दौरा कर रहे हैं और परिवार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। चन्नी ने कहा, ‘‘परिवार क्या मांग कर रहा है? उनकी मांग है कि जिन लोगों ने उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया, उन्हें गिरफ्तार किया जाए और सजा दी जाए। हम परिवार के साथ हैं और न्याय मिलने तक लड़ेंगे।’’

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को अधिकारी की कथित आत्महत्या पर विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष अधिकारी की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग कर रहा है। पंचकूला में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए सैनी ने कहा कि कुमार के परिवार के सदस्यों ने उनसे कहा है कि वे न्याय चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने कहा है कि हम मामले की जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो।’’

सैनी ने कहा कि उन्होंने मृतक की पत्नी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अमनीत पी कुमार से बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मुद्दे के समाधान के लिए केंद्र के भी संपर्क में हैं।’’ सैनी ने विपक्षी दलों से इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने को कहा। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मृतक के परिवार को लगता है कि उसके साथ अन्याय हुआ है तो हम न्याय सुनिश्चित करेंगे। परिवार को न्याय मिलेगा।’’

आईपीएस अधिकारी की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सैनी ने कहा कि पूरण की मौत की सूचना मिलने पर उन्होंने अमनीत के जापान से भारत लौटते समय दो अधिकारियों को उनके साथ जाने के लिए कहा था। इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को कहा कि हरियाणा के पुलिस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की ‘‘आत्महत्या’’ की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और इससे खासकर दलित एवं बहुजन समाज के लोग काफी उद्वेलित हैं।

बसपा प्रमुख ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”हरियाणा राज्य में आईजी (महानिरीक्षक) रैंक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई. पूरण कुमार, जिनकी पत्नी भी हरियाणा की वरिष्ठ आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी हैं, द्वारा जातिवादी शोषण एवं प्रताड़ना के कारण की गयी आत्महत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। ख़ासकर दलित एवं बहुजन समाज के लोग काफी उद्वेलित हैं।’’

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह अति-दुखद एवं अति-गंभीर घटना खासकर एक सभ्य सरकार के लिये शर्मनाक है और यह साबित करती है कि लाख दावों के बावजूद जातिवाद का दंश विशेषकर शासन-प्रशासन में कितना अधिक हावी है तथा सरकारें इसे रोक पाने में विफल साबित हो रही हैं। वैसे यह सब सरकार की नीयत व नीति की बात ज्यादा है।’’ हरियाणा के मंत्री अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और कृष्ण कुमार बेदी ने भी अमनीत के आवास पर पहुंचे। गृह सचिव सुमिता मिश्रा सहित हरियाणा के कुछ अधिकारियों ने भी मृतक की पत्नी से मुलाकात की।

बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार ने हरियाणा के डीजीपी (शत्रुजीत कपूर) और बिजारनिया के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी एवं एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पूरण कुमार को हाल ही में रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) में आईजी के पद पर तैनात किया गया था। चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को आईजी पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में छह सदस्यीय एसआईटी का गठन किया ताकि अधिकारी की मौत की समयबद्ध तरीके से ‘‘शीघ्र, निष्पक्ष और गहन जांच’’ की जा सके।

 


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में