शिअद प्रमुख सुखबीर बादल ने श्रीनगर में कार्यक्रम को लेकर आप सरकार की निंदा की

शिअद प्रमुख सुखबीर बादल ने श्रीनगर में कार्यक्रम को लेकर आप सरकार की निंदा की

शिअद प्रमुख सुखबीर बादल ने श्रीनगर में कार्यक्रम को लेकर आप सरकार की निंदा की
Modified Date: July 26, 2025 / 10:42 pm IST
Published Date: July 26, 2025 10:42 pm IST

चंडीगढ़, 26 जुलाई (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को आरोप लगाया कि पंजाब की आप सरकार ने श्रीनगर में गुरु तेग बहादुर की शहादत की 350वीं वर्षगांठ के पवित्र अवसर को एक मनोरंजन कार्यक्रम में बदलने की निर्लज्ज कोशिश करके सिख धर्म की ‘गंभीर बेअदबी’ का कृत्य किया है।

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) के अध्यक्ष और भाजपा नेता इकबाल सिंह लालपुरा ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना ने सिखों की भावनाओं को गंभीर रूप से आहत किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस को सिखों से माफी मांगनी चाहिए।

पंजाब सरकार के भाषा विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को श्रीनगर में आयोजित कार्यक्रम से विवाद पैदा हो गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने उसमें ‘मनोरंजक प्रस्तुतियों’ पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे सिख धार्मिक मूल्यों का सीधा अपमान बताया है।

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अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने शनिवार को बैंस को एक अगस्त को पांच ‘सिंह साहिबान’ (महापुरोहितों) के समक्ष पेश होने को कहा।

सिखों की इस सर्वोच्च धार्मिक संस्था के जत्थेदार ने शनिवार को राज्य भाषा विभाग के निदेशक जसवंत सिंह को भी तलब किया।

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुए कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिअद प्रमुख बादल ने कहा,‘‘यह बिल्कुल चौंकाने वाली बात है और विश्वास से परे है।’’

बादल ने कहा कि इस कृत्य को अनजाने में हुई भूल कहकर खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि मुख्यमंत्री मान, बैंस और इस सरकार के कई अन्य सदस्य सिख विरासत से जुड़े होने और सिख परिवारों से आने का दावा करते हैं।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘पंजाब में कोई भी, यहां तक कि कोई गैर-सिख भी, नौवें गुरु साहिब की शहादत के अवसर की गंभीरता से अनजान नहीं है और कोई भी इसे मनोरंजन का अवसर नहीं मान सकता।’’

बादल ने इसे ‘अद्वितीय सिख विरासत को कमजोर और तुच्छ बनाने की एक गहरी साजिश का हिस्सा’ बताया।

उन्होंने कहा कि इस ‘बेअदबी के कृत्य’ के पीछे असली मकसद आने वाली पीढ़ियों को ‘हमारे गौरवशाली इतिहास और हमारे महान गुरु साहिबान की धार्मिक विरासत की विशिष्टता’ से दूर करना है।

शिअद अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘यह महान गुरु साहिब के प्रति घोर अनादर और घोर बेअदबी का कृत्य है।’’

एनसीएम के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि श्रीनगर में एक गंभीर कार्यक्रम के दौरान भांगड़ा, गीत और नृत्य जैसे मनोरंजन की अनुमति दी गई।

लालपुरा ने कहा,‘‘इस कृत्य ने गुरु साहिब की अद्वितीय शहादत का सीधा मजाक उड़ाया और यह स्पष्ट रूप से बेअदबी है।’’

लालपुरा ने मांग की कि मुख्यमंत्री मान और बैंस इस अपमानजनक कृत्य के लिए सिख समुदाय और पंजाब के लोगों से तुरंत माफी मांगें।

भाषा

राजकुमार दिलीप

दिलीप


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