प्रख्यात कथक नृत्यांगना कुमुदिनी लाखिया के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ: राष्ट्रपति मुर्मू

प्रख्यात कथक नृत्यांगना कुमुदिनी लाखिया के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ: राष्ट्रपति मुर्मू

प्रख्यात कथक नृत्यांगना कुमुदिनी लाखिया के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ: राष्ट्रपति मुर्मू
Modified Date: April 12, 2025 / 09:45 pm IST
Published Date: April 12, 2025 9:45 pm IST

नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रख्यात कथक नृत्यांगना कुमुदिनी लाखिया के निधन पर शनिवार को दुख व्यक्त किया और कहा कि नृत्य कला के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

राष्ट्रपति ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।’’

लाखिया (95) का अहमदाबाद में उनके घर पर दिन में करीब 11 बजे निधन हो गया। लाखिया द्वारा 1964 में अहमदाबाद में स्थापित कदम्ब नृत्य एवं संगीत केंद्र की प्रशासक पारुल ठाकोर ने यह जानकारी दी। ठाकोर ने बताया कि लाखिया पिछले तीन महीनों से उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थीं।

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मुर्मू ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना कुमुदिनी लाखिया जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित लाखिया जी ने कदम्ब नृत्य एवं संगीत केंद्र के माध्यम से कई छात्रों को प्रशिक्षित और मार्गदर्शन किया।’’

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्होंने नवोन्मेषी समकालीन व्याख्याओं के माध्यम से कथक नृत्य की प्रस्तुति को बदल दिया। नृत्य कला के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।’’

भाषा आशीष पवनेश

पवनेश


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