‘एम्सिओम-4’ में देरी के बीच इसरो ने कहा: सुरक्षा, मिशन की अखंडता सर्वोच्च प्राथमिकता

‘एम्सिओम-4’ में देरी के बीच इसरो ने कहा: सुरक्षा, मिशन की अखंडता सर्वोच्च प्राथमिकता

‘एम्सिओम-4’ में देरी के बीच इसरो ने कहा: सुरक्षा, मिशन की अखंडता सर्वोच्च प्राथमिकता
Modified Date: June 13, 2025 / 10:41 pm IST
Published Date: June 13, 2025 10:41 pm IST

नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ‘एक्सिओम-4’ वाणिज्यिक मिशन के टलने के बीच शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा और मिशन के सिद्धांत के साथ समझौता नहीं किया जा सकता।

वहीं, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और ‘एक्सिओम स्पेस’ ने कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर रिसाव से जुड़ी समस्या को हल करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

दूसरी ओर, ‘स्पेसएक्स’ के प्रमुख एलन मस्क ने कक्षीय प्रयोगशाला आईएसएस की दीर्घकालिक सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की और इसे दो साल में नष्ट करने का सुझाव दिया।

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‘एक्सिओम-4’ अभियान के तहत भारत के शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसआई की यात्रा करनी है। हालांकि, इस अभियान को फिलहाल अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि अंतरिक्ष एजेंसियां ​​प्रक्षेपण से पहले उत्पन्न विभिन्न मुद्दों पर गौर कर रही हैं।

इसरो अध्यक्ष वी नारायणन ने ‘एक्स’ पर कहा कि सुरक्षा और मिशन के सिद्धांत के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि एक्सिओम स्पेस, नासा और स्पेसएक्स के साथ इसरो मिलकर काम कर रहा है।

इस बीच, मस्क ने कहा कि आईएसएस के कुछ हिस्से “बहुत पुराने हो गए हैं और जाहिर है कि इससे समय के साथ खतरा बढ़ता जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “अंतरिक्ष स्टेशन की दीर्घकालिक सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। इसके कुछ हिस्से बहुत पुराने हो गए हैं और जाहिर है कि समय के साथ जोखिम बढ़ता जा रहा है।”

मस्क ने कहा, “हालांकि, स्पेसएक्स अंतरिक्ष यात्रियों और सामान को आईएसएस तक पहुंचाकर अरबों डॉलर कमाता है, फिर भी मैं यह सिफारिश करना चाहूंगा कि इसे दो साल के भीतर कक्षा से हटा दिया जाए।”

नासा और अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदार 2031 तक आईएसएस को सेवा से बाहर करने और इसके तुरंत बाद उसे कक्षा से हटाने की योजना बना रहे हैं।

‘एक्सिओम स्पेस’ उन कुछ निजी अंतरिक्ष कंपनियों में से एक है, जो आईएसएस की जगह लेने वाले अंतरिक्ष स्टेशन को बनाने की होड़ में शामिल हैं।

‘एक्सिओम-4’ मिशन के तहत अंतरिक्ष में भारत की वापसी में और देरी हो गई है। नासा ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह आईएसएस के रूसी मॉड्यूल में रिसाव की जांच कर रहा है।

नासा ने एक बयान में कहा, “नासा और एक्सिओम स्पेस अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक्सिओम मिशन-4 के प्रक्षेपण को स्थगित कर रहे हैं।”

अंतरिक्ष यात्रियों को 29 मई को उड़ान भरनी थी, जिसे फाल्कन-9 रॉकेट में रिसाव का पता लगने के बाद पहले आठ जून तक के लिए टाला गया और फिर बाद में 10 जून और 11 जून को भी इसे स्थगित करना पड़ा।

कमांडर पैगी व्हिटसन, पायलट शुभांशु शुक्ला और हंगरी के विशेषज्ञ टिबोर कापू तथा पोलैंड के स्लावोज उज्नान्सकी विस्नीव्स्की को ‘एक्सिओम-4’ मिशन पर रवाना होना था।

भाषा पारुल अविनाश

अविनाश


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