Samvida Karmachari Latest News: नियमित होंगे सभी संविदा कर्मचारी? सरकार ने मान ली ये मांगे, लंबे समय से कर रहे थे प्रदर्शन

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Samvida Karmachari Latest News: नियमित होंगे सभी संविदा कर्मचारी? सरकार ने मान ली ये मांगे, लंबे समय से कर रहे थे प्रदर्शन
Modified Date: December 3, 2025 / 12:21 am IST
Published Date: December 2, 2025 8:12 pm IST

पटियाला: Samvida Karmachari Latest News: पंजाब सड़क परिवहन निगम के संविदा कर्मचारियों ने मंगलवार को अपनी हड़ताल समाप्त कर दी। राज्य सरकार ने कर्मचारियों का निलंबन रद्द करने तथा विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की उनकी प्रमुख मांगें मान लीं। हड़ताल समाप्त होने से यात्रियों को राहत मिली है जो 28 नवंबर से हड़ताल शुरू होने के बाद से ही परेशान थे।

पंजाब रोडवेज, पनबस और पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (पीआरटीसी) के ‘कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन’ के नेता रेशम सिंह गिल ने मंगलवार को हड़ताल समाप्त होने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों का निलंबन वापस लेने और गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों को रिहा करने पर सहमत हो गई है। गिल ने कहा कि 30 नवंबर को परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर के साथ बैठक के दौरान आम सहमति बनी कि सरकार कर्मचारियों का निलंबन वापस लेगी और गिरफ्तार या हिरासत में लिए गए कर्मचारियों को रिहा करेगी। हालांकि, सरकार ने उस दिन अपने वादों पर कोई आदेश जारी नहीं किया। गिल ने बताया कि सरकार ने 900 नई सरकारी बसों को भी मंजूरी दे दी है, जिसकी औपचारिक घोषणा पहले ही हो चुकी है।

परिवहन मंत्री के साथ हुई थी बैठक

Samvida Karmachari Latest News: कर्मचारियों के अन्य मुद्दों को सुलझाने के लिए परिवहन मंत्री के साथ एक और बैठक होगी। परिवहन कर्मचारियों ने 30 नवंबर को मंत्री के साथ बैठक के बाद अपनी हड़ताल वापस ले ली। हालांकि, जल्द ही उन्होंने गिरफ्तार और हिरासत में लिए गए कर्मचारियों की रिहाई और निलंबित कर्मचारियों की बहाली की मांग करते हुए हड़ताल फिर से शुरू कर दी। श्रमिकों द्वारा राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन 28 नवंबर को किलोमीटर आधारित बस योजना के तहत निविदाएं खोलने की निंदा करने के साथ शुरू हुआ, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि यह सरकार द्वारा अधिसूचित मार्गों पर निजी कंपनियों को परिचालन की अनुमति देने का एक गुप्त प्रयास है। कर्मचारियों ने दावा किया कि इस कदम से राज्य परिवहन क्षेत्र के हजारों लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ गईं। इस योजना के तहत, निजी ऑपरेटर परिवहन विभाग को बसें पट्टे पर देते हैं और उन्हें प्रति किलोमीटर एक निश्चित दर से भुगतान किया जाता है।

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।