संकल्प यात्रा: मोदी ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की सफलता की कहानियों को सराहा

संकल्प यात्रा: मोदी ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की सफलता की कहानियों को सराहा

संकल्प यात्रा: मोदी ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की सफलता की कहानियों को सराहा
Modified Date: January 18, 2024 / 10:41 pm IST
Published Date: January 18, 2024 10:41 pm IST

नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को विभिन्न पृष्ठभूमियों के उन व्यक्तियों की परिवर्तनकारी कहानियों की सराहना की जिन्होंने अपने जीवन और समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सरकारी पहल का उपयोग किया है।

प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मुंबई की एक ट्रांसजेंडर कल्पना बाई से संवाद किया। वह साईं किन्नर बचत स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) का नेतृत्व करती हैं। उन्होंने भीख मांगने से लेकर उद्यमिता तक के जीवन की अपनी चुनौतीपूर्ण यात्रा को प्रधानमंत्री से साझा किया।

विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से संवाद के दौरान उन्होंने बताया कि वह शहरी आजीविका मिशन और स्वनिधि योजना की लाभार्थी हैं। उन्होंने सरकार के समर्थन के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।

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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक अब वह टोकरी बनाने और इडली-डोसा और फूलों का कारोबार करती हैं, जिससे ट्रांसजेंडर समुदाय के बारे में गलत धारणाएं दूर हो रही हैं।

प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि वह वही कर रही हैं जिसे करने में ट्रांसजेंडर लोग सक्षम हैं।

इस संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ देश भर से हजारों लाभार्थी शामिल हुए।

पीएमओ ने कहा कि एक अन्य लाभार्थी सिल्मे मराक ने भी प्रधानमंत्री से बात की। मराक मेघालय में री भोई की निवासी हैं।

पीएम किसान सम्मान निधि और अन्य योजनाओं की लाभार्थी मराक खाद्य प्रसंस्करण और बेकरी व्यवसायों से जुड़ी हैं।

प्रधानमंत्री ने उनके आत्मविश्वास की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘अपने गांव का मोदी’ कहा।

मराक ने सरकारी योजनाओं के साथ अपने व्यावहारिक अनुभव और समाज सेवा के प्रति अपने समर्पण पर प्रकाश डाला।

हरियाणा के रोहतक के एक किसान संदीप ने साझा किया कि कैसे पीएम किसान सम्मान निधि ने 11 सदस्यों के उनके संयुक्त परिवार पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।

मोदी ने हरियाणा में योजना की सफलता की सराहना की और संदीप जैसे किसानों को उर्वरक और बीज के लिए प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।

राजस्थान के डूंगरपुर की एक स्व-नियोजित महिला ममता ढिंधोरे ने ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सशक्तीकरण की अपनी यात्रा साझा की।

वह 150 समूहों में 7,500 महिलाओं के साथ काम करती हैं और उन्हें जागरूकता के साथ ही प्रशिक्षण और ऋण प्राप्त करने में सहायता करती हैं।

सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के उनके उत्साह की प्रधानमंत्री ने भी प्रशंसा की और महिलाओं को सशक्त बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।

तेलंगाना के करीमनगर के एक किसान और पूर्व सॉफ्टवेयर पेशेवर एम मल्लिकार्जुन रेड्डी ने खेती के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण की क्षमता का प्रदर्शन किया।

बीटेक की पढ़ाई कर चुके रेड्डी ने पशुपालन, बागवानी और प्राकृतिक खेती के माध्यम से अपनी आय दोगुनी की। अब, वह दूसरे लोगों को प्रेरित करते हैं और क्षेत्र में किसानों को प्रशिक्षित करते हैं।

मोदी ने कृषि के प्रति रेड्डी की प्रतिबद्धता की सराहना की और उनसे शिक्षित युवाओं को इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।

भाषा ब्रजेन्द्र पवनेश अविनाश

अविनाश


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