विकसित भारत की यात्रा को गति देने में समुद्र की भूमिका महत्वपूर्ण होगी: नौसेना प्रमुख
विकसित भारत की यात्रा को गति देने में समुद्र की भूमिका महत्वपूर्ण होगी: नौसेना प्रमुख
(कुणाल दत्त)
तिरुवनंतपुरम, तीन दिसंबर (भाषा) नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने बुधवार को कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित व समृद्ध देश बनने की ओर अग्रसर है और इस यात्रा को गति देने में समुद्र एक ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ निभाएगा। एडमिरल त्रिपाठी ने तिरुवनंतपुरम के तट पर नौसेना के एक परिचालन प्रदर्शन के बाद अपने संबोधन में नौसेना की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की और कहा कि यह भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए युद्ध-तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार इकाई के रूप में खड़ी है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, नौसेना के इस भव्य प्रदर्शन की गवाह बनीं।
एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, “नौसेना दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर भारतीय नौसेना के लिए यह अत्यंत गर्व और सम्मान की बात है कि सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हमारे बीच इस अभियान का गवाह बनीं।”
नौसेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि पिछले साल पुरी के बाद इस दूसरे आयोजन में राष्ट्रपति मुर्मू की उपस्थिति ‘भारत की समुद्री सुरक्षा और भारतीय नौसेना के अभियान प्रयासों को आपके द्वारा दिए गए महत्व को रेखांकित करती है’।
एडमिरल ने कहा कि नौसेना दिवस हर साल चार दिसंबर को ‘1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कराची बंदरगाह पर और उसके बाहर भारतीय नौसेना के साहसी व निर्णायक हमलों’ की याद में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा, “यह दिन हमें अपने वीर योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर भी प्रदान करता है, जिनका साहस और सर्वोच्च बलिदान हमें नौसेना और राष्ट्र की सेवा में निरंतर प्रेरित करता है।”
एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना दिवस भारत की समृद्ध समुद्री विरासत का भी प्रतीक है और यह एक ऐसी विरासत है जो “हमारी सोच को आकार देती है और हमारे मार्ग का मार्गदर्शन करती है।”
नौसेना प्रमुख ने राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए कहा, “मैडम’, भारतीय नौसेना के सभी रैंकों की ओर से, मैं आपको और हमारे सभी साथी नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारतीय नौसेना भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण रूप से, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार बल के रूप में कभी भी, कहीं भी, सभी तरह से खड़ी है।”
एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, “भारत 2047 तक एक विकसित व समृद्ध देश बनने की ओर अग्रसर है और इस यात्रा में समुद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
भाषा जितेंद्र प्रशांत
प्रशांत

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