जम्मू-कश्मीर की चिनाब घाटी में आतंकी खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा बलों ने सतर्कता बढ़ाई

जम्मू-कश्मीर की चिनाब घाटी में आतंकी खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा बलों ने सतर्कता बढ़ाई

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  • Publish Date - December 31, 2025 / 02:48 PM IST,
    Updated On - December 31, 2025 / 02:48 PM IST

भद्रवाह/जम्मू, 31 दिसंबर (भाषा) सेना के जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने नव वर्ष समारोह को बाधित करने के आतंकवादियों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए चिनाब घाटी जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अपनी निगरानी तेज कर दी है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

चिनाब घाटी के ऊपरी इलाकों में बर्फ से ढके क्षेत्र और आसपास के उधमपुर, रियासी और कठुआ जिले शामिल हैं। चिनाब घाटी के साथ ही राजौरी और पुंछ जिलों में पिछले सप्ताह से एक बड़ा आतंकवाद रोधी अभियान जारी है।

खुफिया आकलन के अनुसार जम्मू क्षेत्र के जंगलों में लगभग 30 से 35 पाकिस्तानी आतंकवादी सक्रिय हैं और ऊपरी इलाकों में हाल में हुई बर्फबारी के बाद उन्हें खदेड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है। सुरक्षा बलों को आशंका है कि पहाड़ी दर्रों के पूरी तरह बंद होने से पहले आतंकवादी मानव बस्तियों के करीब निचले इलाकों में आएंगे।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘खुफिया जानकारी है कि पिछले दो वर्षों से डोडा, किश्तवाड़ और भद्रवाह से सटे उधमपुर जिले के कुछ हिस्सों में सक्रिय आतंकवादी समूह घने कोहरे, अत्यधिक ठंड और दुर्गम भूभाग का फायदा उठाकर नव वर्ष समारोह को बाधित करने का प्रयास कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा कि आतंकवाद रोधी अभियान उच्च, मध्य और ऊपरी पर्वतीय क्षेत्रों पर केंद्रित हैं।

भाजपा नेता एवं भद्रवाह से विधायक दलीप सिंह परिहार ने इन अभियानों के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि यह देश और देश के लोगों की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों द्वारा किए गए निरंतर बलिदानों का प्रमाण है।

परिहार ने कहा कि आतंकवादी खतरों का मुकाबला करने के लिए सेना पहाड़ियों में हर जगह मौजूद है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम यहां शांतिपूर्ण माहौल में रह रहे हैं और दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह नव वर्ष मना रहे हैं, तो यह केवल इसलिए क्योंकि हमें सेना पर भरोसा है कि वह हमारी रक्षा के लिए यहां मौजूद है।’’

भाषा शोभना देवेंद्र

देवेंद्र