Indore Water Contamination : इंदौर में दूषित पानी का कहर, 8 लोगों की मौत के बाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर, आज होगी सुनवाई

Indore Water Contamination: इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत के मामले में हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में जनहित याचिका दायर की गई है। मामले में अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने मुआवजे की घोषणा की है।

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  • Publish Date - December 31, 2025 / 02:51 PM IST,
    Updated On - December 31, 2025 / 04:21 PM IST

Indore Water Contamination / Image Source : IBC24

HIGHLIGHTS
  • भागीरथपुरा में दूषित पानी से अब तक 8 लोगों की मौत, 116 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती।
  • हाई कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष रितेश इनाणी ने इंदौर हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की
  • मुख्यमंत्री ने दोषी अधिकारियों को निलंबित किया और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की।

Indore Water Contamination  इंदौर: मध्य प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी से हुई 8 लोगों की मौत के मामले में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रितेश इनाणी द्वारा उच्च न्यायालय की खंडपीठ इंदौर में जनहित याचिका  प्रस्तुत की गई है। हाई कोर्ट में दायर इस जनहित याचिका पर आज दोपहर 2:30 बजे सुनवाई होगी।

शौचालय के नीचे मेन लाइन में हुआ था लीकेज

Indore Water Contamination  दरअसल, भागीरथपुरा में चौकी के पास शौचालय के नीचे मेन लाइन में लीकेज मिलने के कारण पानी दूषित हो गया था। इस घटना में मौत का आंकड़ा बढ़कर अब 8 हो गया है, जबकि अब तक 116 से अधिक लोग शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। यह जानकारी इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बुधवार को पुष्टि करते हुए दी।

Indore Water Contamination  मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस स्थिति पर संज्ञान लिया है। देर रात जोनल अधिकारी शालिग्राम शितोले और प्रभारी सहायक अभियंता (PHE) योगेश जोशी को निलंबित कर दिया गया है, जबकि प्रभारी डिप्टी इंजीनियर (PHE) शुभम श्रीवास्तव की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

सरकार के खर्च पर होगा इलाज

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रभावित इलाके का दौरा किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना। उन्होंने बताया कि इलाके से 70 से अधिक पानी के सैंपल लिए गए हैं और सभी मरीजों का इलाज सरकार के खर्च पर किया जाएगा।भागीरथपुरा में पानी की नई पाइपलाइन के लिए अगस्त 2025 में टेंडर जारी किया गया था, लेकिन अधिकारियों द्वारा इसे अब तक लागू नहीं किया गया। करीब 2.40 करोड़ रुपये की लागत वाली यह पाइपलाइन अब मौतों की घटनाओं के बाद जल्दबाजी में शुरू की गई है। Indore Water Contamination

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दूषित पानी से मौत का कारण क्या था?

शौचालय के नीचे मुख्य जल आपूर्ति लाइन में लीकेज होने से पानी दूषित हो गया था।

इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई है?

दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है और एक डिप्टी इंजीनियर की सेवा समाप्त कर दी गई है।

पीड़ितों को सरकार की ओर से क्या सहायता मिलेगी?

: मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और सभी मरीजों का इलाज सरकार के खर्च पर होगा।