Indore Water Contamination / Image Source : IBC24
Indore Water Contamination इंदौर: मध्य प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी से हुई 8 लोगों की मौत के मामले में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रितेश इनाणी द्वारा उच्च न्यायालय की खंडपीठ इंदौर में जनहित याचिका प्रस्तुत की गई है। हाई कोर्ट में दायर इस जनहित याचिका पर आज दोपहर 2:30 बजे सुनवाई होगी।
Indore Water Contamination दरअसल, भागीरथपुरा में चौकी के पास शौचालय के नीचे मेन लाइन में लीकेज मिलने के कारण पानी दूषित हो गया था। इस घटना में मौत का आंकड़ा बढ़कर अब 8 हो गया है, जबकि अब तक 116 से अधिक लोग शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। यह जानकारी इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बुधवार को पुष्टि करते हुए दी।
Indore Water Contamination मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस स्थिति पर संज्ञान लिया है। देर रात जोनल अधिकारी शालिग्राम शितोले और प्रभारी सहायक अभियंता (PHE) योगेश जोशी को निलंबित कर दिया गया है, जबकि प्रभारी डिप्टी इंजीनियर (PHE) शुभम श्रीवास्तव की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रभावित इलाके का दौरा किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना। उन्होंने बताया कि इलाके से 70 से अधिक पानी के सैंपल लिए गए हैं और सभी मरीजों का इलाज सरकार के खर्च पर किया जाएगा।भागीरथपुरा में पानी की नई पाइपलाइन के लिए अगस्त 2025 में टेंडर जारी किया गया था, लेकिन अधिकारियों द्वारा इसे अब तक लागू नहीं किया गया। करीब 2.40 करोड़ रुपये की लागत वाली यह पाइपलाइन अब मौतों की घटनाओं के बाद जल्दबाजी में शुरू की गई है। Indore Water Contamination