जम्मू, 16 दिसंबर (भाषा) उधमपुर जिले में मुठभेड़ के दौरान एक पुलिसकर्मी के शहीद होने के एक दिन बाद, सुरक्षाबलों ने छिपे हुए आतंकवादियों की मंगलवार को फिर से तलाश शुरू कर दी। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सोमवार को हुई मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी गोली लगने से मामूली रूप से घायल हो गए थे और माना जा रहा है कि एक आतंकवादी भी घायल हुआ है।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “छिपे हुए आतंकवादियों की तलाश के लिए इलाके में अभियान फिर से शुरू कर दिया गया है। घेराबंदी को और मजबूत किया गया है।”
उन्होंने बताया कि पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम श्वान दस्ते की मदद से तलाश अभियान चला रहे हैं।
सोमवार को उधमपुर के मजालता क्षेत्र के सोआन गांव में उस समय मुठभेड़ शुरू हो गई, जब सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर तलाश अभियान शुरू किया। माना जाता है कि ये आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से हैं।
अधिकारियों के अनुसार, मुठभेड़ शाम करीब छह बजे शुरू हुई और कुछ समय तक जारी रही। इस दौरान एसओजी के जवान अमजद पठान घायल हो गए। बाद में, पुंछ जिले के मेंढर क्षेत्र के साल्वा गांव निवासी पठान की मृत्यु हो गई।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “एसओजी की एक टीम ने आतंकवादियों का मुकाबला किया। अंधेरे और दुर्गम इलाके के कारण जंगल में तलाश अभियान में बाधाएं आ रही हैं।”
उधमपुर का बसंतगढ़ उस मार्ग पर स्थित है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानी आतंकवादी अमूमन कठुआ के अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से घुसपैठ कर जम्मू के डोडा और किश्तवाड़ जिलों से होते हुए कश्मीर घाटी में जाने के लिए करते हैं।
अधिकारी ने बताया कि पठान के शव का पोस्टमार्टम किया जाना बाकी है। उनका अंतिम संस्कार उधमपुर में किया जाएगा।
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