जयपुर में ‘राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों के योगदान’ विषय पर संगोष्ठी

जयपुर में 'राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों के योगदान’ विषय पर संगोष्ठी

जयपुर में ‘राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों के योगदान’ विषय पर संगोष्ठी
Modified Date: September 30, 2025 / 03:51 pm IST
Published Date: September 30, 2025 3:51 pm IST

जयपुर, 30 सितंबर (भाषा) जयपुर स्थित सैन्य अड्डे में मंगलवार को ‘राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों के योगदान’ विषय पर संगोष्ठी हुई जिसमें पूर्व सैनिकों और सेवारत अधिकारियों ने भाग लिया।

आधिकारिक बयान के अनुसार, सप्त शक्ति कमान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिक वक्ता – मेजर जनरल आलोक राज गोयल, ब्रिगेडियर के. बीरेन्द्र सिंह और ब्रिगेडियर करण सिंह राठौर ने विचार रखे।

उन्होंने एक मजबूत और सुरक्षित भारत के निर्माण में पूर्व सैनिकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे नागरिक-सैन्य एजेंसियों के बीच तालमेल स्थापित करने, अर्धसैनिक बलों के प्रशिक्षण तथा आपदा प्रबंधन एवं राहत कार्यों में अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से अमूल्य योगदान दे सकते हैं।

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इसके साथ ही वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि पूर्व सैनिक अपनी विविध व्यावसायिक क्षमताओं व कौशल का उपयोग राष्ट्रीय विकास पहलों को गति देने में कर सकते हैं।

उन्होंने इस दिशा में सरकारी पहलों और सहयोगात्मक प्रयासों को भी महत्वपूर्ण बताया।

जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल निखिल धवन के अनुसार इसके समापन सत्र में सप्त शक्ति कमान के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने सभी सैनिकों से कर्तव्य के प्रति अपनी निष्ठा में दृढ़ रहने, भारतीय सशस्त्र बलों की गौरवशाली परंपराओं को बनाए रखने और प्रतिबद्धता के साथ राष्ट्र की सेवा करते रहने का आग्रह किया।

उन्होंने पूर्व सैनिकों के संगठित ‘पुनरकौशल’ (रिस्किलिंग) के महत्व पर भी ज़ोर दिया, ताकि वे राष्ट्रीय आपदाओं, अग्नि आपदाओं और आकस्मिक परिस्थितियों में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकें।

सैन्य कमांडर ने कहा कि कमान और कोर मुख्यालय ऐसी पहलों का नेतृत्व कर सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पूर्व सैनिकों के विशाल अनुभव और विशेषज्ञता का उपयोग समाज की भलाई के लिए किया जा सके।

भाषा पृथ्वी

मनीषा संतोष

संतोष


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