सेंगर को जमानत मिलना शर्मनाक, हम एक ‘मृत समाज’ बनते जा रहे हैं: राहुल गांधी

सेंगर को जमानत मिलना शर्मनाक, हम एक ‘मृत समाज’ बनते जा रहे हैं: राहुल गांधी

सेंगर को जमानत मिलना शर्मनाक, हम एक ‘मृत समाज’ बनते जा रहे हैं: राहुल गांधी
Modified Date: December 24, 2025 / 03:50 pm IST
Published Date: December 24, 2025 3:50 pm IST

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्नाव बलात्कार मामले में दोषी कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा निलंबित किए जाने के बाद बुधवार को कहा कि सेंगर को जमानत मिलना निराशाजनक एवं शर्मनाक है।

उन्होंने यह दावा भी किया कि ‘‘हम सिर्फ़ एक मृत अर्थव्यवस्था ही नहीं, बल्कि ऐसी अमानवीय घटनाओं के साथ एक मृत समाज भी बनते जा रहे हैं।’’

दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्नाव बलात्कार मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे, भाजपा से निष्कासित कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा मंगलवार को निलंबित कर दी।

 ⁠

अदालत ने कहा कि वह पहले ही सात साल, पांच महीने जेल में बिता चुका है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बलात्कार पीड़िता को विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा हटाए जाने के दावे वाले एक ‘एक्स’ पोस्ट को रिपोस्ट किया।

राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है? क्या उसकी ‘गलती’ यह है कि वह न्याय के लिए अपनी आवाज़ उठाने की हिम्मत कर रही है? उसके अपराधी (पूर्व भाजपा विधायक) को ज़मानत मिलना बेहद निराशाजनक और शर्मनाक है, खासकर तब, जब पीड़िता को बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा हो, और वह डर के साये में जी रही हो।’’

उन्होंने सवाल किया कि बलात्कारियों को ज़मानत, और पीड़िताओं के साथ अपराधियों सा व्यवहार…, यह कैसा न्याय है?

राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘हम सिर्फ़ एक मृत अर्थव्यवस्था ही नहीं, बल्कि ऐसी अमानवीय घटनाओं के साथ हम एक मृत समाज भी बनते जा रहे हैं। लोकतंत्र में असहमति की आवाज़ उठाना अधिकार है, और उसे दबाना अपराध।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पीड़िता को सम्मान, सुरक्षा और न्याय मिलना चाहिए – न कि बेबसी, भय और अन्याय।’’

भाषा हक हक मनीषा

मनीषा


लेखक के बारे में