दिल्ली उच्च न्यायालय में सांकेतिक भाषा दुभाषियों की सेवाओं का इस्तेमाल किया जायेगा: परिपत्र
दिल्ली उच्च न्यायालय में सांकेतिक भाषा दुभाषियों की सेवाओं का इस्तेमाल किया जायेगा: परिपत्र
नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को एक परिपत्र जारी किया कि दुभाषियों की एक समिति को अंतिम रूप दिये जाने तक यहां उच्च न्यायालय और जिला अदालतों में सांकेतिक भाषा दुभाषियों के रूप में चार व्यक्तियों की सेवाओं का अस्थायी तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
संयुक्त रजिस्ट्रार (न्यायिक) अभिलाष मल्होत्रा द्वारा जारी परिपत्र में कहा गया है, ‘‘सभी संबंधित लोगों को सूचित किया जाता है कि सूचना प्रौद्योगिकी और सुगम्यता समिति की सिफारिशों पर न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने यह निर्देश दिया कि दुभाषियों की एक समिति को अंतिम रूप दिये जाने तक यहां उच्च न्यायालय और जिला अदालतों में सांकेतिक भाषा दुभाषियों के रूप में चार व्यक्तियों की सेवाओं का अस्थायी तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रति मामला शुल्क 7,500 रुपये प्रतिदिन निर्धारित किया गया है।’’
जिन चार लोगों की सेवाएं ली जाएंगी उनमें सौरव रॉयचौधरी, अतुल कुमार, शिवॉय शर्मा और मनीषा शर्मा शामिल हैं।
दिव्यांगों के लिए न्याय तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से एक कदम उठाते हुए, उच्च न्यायालय ने सितंबर में पहली बार श्रवण बाधित लोगों को अदालती कार्यवाही को समझने में सक्षम बनाने के वास्ते सांकेतिक भाषा दुभाषियों की नियुक्ति की थी।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश

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