जनजातीय आबादी में अत्यधिक कुपोषण, आनुवांशिक विकार और संक्रामक रोगों का होना चिंताजनक: हर्षवर्धन

जनजातीय आबादी में अत्यधिक कुपोषण, आनुवांशिक विकार और संक्रामक रोगों का होना चिंताजनक: हर्षवर्धन

जनजातीय आबादी में अत्यधिक कुपोषण, आनुवांशिक विकार और संक्रामक रोगों का होना चिंताजनक: हर्षवर्धन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:47 pm IST
Published Date: December 10, 2020 2:01 pm IST

नयी दिल्ली,10 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह चिंता का विषय है कि वर्तमान समय में देश में जनजातीय आबादी अत्यधिक कुपोषण, आनुवांशिक विकारों और संक्रामक रोगों से ग्रसित है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में जनजातीय आबादी के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं, 10 मुख्य समस्याओं का पता लगाया है और उन पर फौरन ध्यान देने की जरूरत है तथा इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है।

वर्धन ने कहा, ‘‘हमारी जनजातीय आबादी की जीवनशैली मान्यताओं, रीति रिवाजों, मूल्यों और परंपराओं की ओर ले जाती है जो प्रकृति के अनुरूप हैं। इस जीवनशैली की पद्धति से उन्हें प्रकृति से जो मिला है उसने विभिन्न रोगों के प्रति उनके शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत किया है। ’’

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उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि यह चिंता का विषय है कि जनजातीय आबादी आज अत्यधिक कुपोषण, आनुवांशिक विकारों और संक्रामक रोगों से ग्रसित है। ’’

वह छठे भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान उत्सव (आईआईएसएफ) 2020 की तैयारियों के सिलसिले में भारतीय स्वास्थ्य अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर)-राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान (एनआईआरटीएच), जबलपुर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को डिजिटल माध्यमों से संबोधित कर रहे थे।

यह विज्ञान उत्सव 22-25 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।

भाषा सुभाष पवनेश

पवनेश


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