शिवकुमार ने कर्नाटक में मक्का किसानों की समस्याओं के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया

शिवकुमार ने कर्नाटक में मक्का किसानों की समस्याओं के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया

शिवकुमार ने कर्नाटक में मक्का किसानों की समस्याओं के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया
Modified Date: December 8, 2025 / 01:47 pm IST
Published Date: December 8, 2025 1:47 pm IST

बेंगलुरु/बेलगावी, आठ दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने राज्य में मक्का किसानों की समस्याओं के लिए सोमवार को केंद्र को जिम्मेदार ठहराया।

बेलगावी में विधानसभा सत्र से पहले बेंगलुरु के सुवर्ण विधान सौध परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने इस मुद्दे पर चुप रहने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों पर भी निशाना साधा।

शिवकुमार ने पूछा, ‘‘केंद्र को उत्तर कर्नाटक की समस्याओं के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और मैंने मक्का खरीद के संबंध में कुछ कड़े फैसले लिए हैं, जिससे राज्य सरकार पर वित्तीय बोझ पड़ेगा लेकिन केंद्र ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं कहा है और भाजपा सांसदों ने भी अपनी आवाज नहीं उठाई है। क्या वे इसे लेकर चिंतित नहीं हैं?’’

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उपमुख्यमंत्री ने इस मामले पर कुछ न बोलने के लिए हावेरी के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर भी निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को मुआवजा देगी लेकिन केंद्र भी जिम्मेदार है।

उन्होंने पूछा, ‘‘बोम्मई ने संसद में यह मुद्दा क्यों नहीं उठाया? उन्होंने प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से मुलाकात क्यों नहीं की?’’

मक्का उत्पादक 3,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद की मांग कर रहे हैं।

इस बीच, कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने आरोप लगाया कि सरकार इतनी गरीब हो गई है कि वह तुंगभद्रा बांध के ‘क्रेस्ट गेट्स’ को बदलने में सक्षम नहीं है।

अशोक ने बेलगावी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसान आत्महत्या कर रहे हैं जबकि सरकार नाश्ते पर बैठकें आयोजित कर खुश है।’’

भाषा

गोला सिम्मी

सिम्मी


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