बेंगलुरु, 14 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर आरोप लगाया कि उन्होंने उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान एक दिव्यांग दलित व्यक्ति को आवंटित भूखंड पर मकान बनवा लिया।
उन्होंने कहा कि मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) द्वारा एक लेआउट में उनकी पत्नी को 14 भूखंडों के आवंटन से जुड़ी अवैधताओं के संबंध में मुख्यमंत्री के खिलाफ मैसुरु में यह एकमात्र आरोप नहीं है। इस आरोप के संबंध में राज्यपाल ने सिद्धरमैया के खिलाफ जांच की मंजूरी दे दी है।
कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘…क्या हमने अभी नहीं देखा है कि उन्होंने किसानों के लिए क्या किया है? क्या हम मैसुरु में (एमयूडीए भूखंड आवंटन घोटाले का जिक्र करते हुए) (विकास) नहीं देख रहे हैं? इन 15 भूखंड (वास्तव में 14) को एक तरफ रख दें। उपमुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने किसकी जमीन पर मकान बनाया, क्या आप इसका रिकॉर्ड चाहते हैं?’’
यहां संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘एक दलित को आवंटित एमयूडीए के भूखंड पर अवैध रूप से घर किसने बनाया? 15 भूखंड लेना आपके (सिद्धरमैया) के खिलाफ एकमात्र चीज नहीं है, मैसुरु में आपके खिलाफ कई चीजें हैं। एक दिव्यांग और दलित व्यक्ति को एमयूडीए ने 24,000 रुपये का भुगतान करने पर एक भूखंड आवंटित किया था। लेकिन उस स्थान पर, आपने सकाम्मा के नाम पर झूठे दस्तावेज बनाकर, सकाम्मा से 10,000 वर्ग फुट जमीन ले ली और मकान का निर्माण कराया।
सिद्धरमैया ने क्रमशः जनता दल और जनता दल (सेक्युलर) के सदस्य के रूप में 1996 से 1999 और फिर 2004 से 2005 तक कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था, लेकिन कुमारस्वामी ने यह नहीं बताया कि ऐसा कब हुआ था।
भाषा संतोष माधव
माधव
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