सिद्धारमैया ने देवेगौड़ा पर कसा तंज, कहा जदएस ‘परिवार की राजनीति’ में लिप्त है |

सिद्धारमैया ने देवेगौड़ा पर कसा तंज, कहा जदएस ‘परिवार की राजनीति’ में लिप्त है

सिद्धारमैया ने देवेगौड़ा पर कसा तंज, कहा जदएस ‘परिवार की राजनीति’ में लिप्त है

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:00 PM IST, Published Date : December 2, 2021/7:53 pm IST

बेंगलुरू, दो दिसंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाल में हुई मुलाकात में मेलजोल दिखाने को लेकर जनता दल (सेकुलर) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा पर बृहस्पतिवार को तंज कसा। पूर्व मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय पार्टी को एक बार फिर सत्तारूढ़ भाजपा की ‘बी टीम’ बताया और उस पर परिवार की राजनीति में लिप्त होने का भी आरोप लगाया।

कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता ने सत्तारूढ़ भाजपा पर हिंदुत्व के नाम पर लोगों और समाज को बांटने का आरोप लगाया।

सिद्धारमैया ने कहा, “जद (एस) पारिवारिक राजनीति की पार्टी है। अब (देवेगौड़ा)परिवार के आठवें सदस्य ने राजनीति में प्रवेश किया है। परिवार के बाकी सदस्य भी (निर्वाचित प्रतिनिधि) बन जाएंगे। जहां वे जीत सकते हैं, वहां वे परिवार के सदस्यों को उतारते हैं। जिन जगहों पर वे हारते हैं, वहां वे दूसरों को मैदान में उतारते हैं। यह परिवार की राजनीति है।”

जद (एस) से पूर्व एमएलसी सी आर मनोहर, भाजपा के पूर्व विधायक नागराजू सहित अन्य नेताओं और उनके समर्थकों को कांग्रेस में शामिल करने के बाद सिद्धरमैया ने सवाल किया कि क्या देवेगौड़ा के पास भाजपा सरकार की ओर से लाए गए गौ वध रोधी विधेयक का विरोध करने का समय है?

उन्होंने कहा, “ वह (देवेगौड़ा) अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ‘भाई-भाई’ का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने (जदएस) अतीत में मोदी की पार्टी के साथ सरकार बनाई है।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “यही कारण है कि हम उन्हें भाजपा की बी-टीम कहते हैं…जद (एस) एक बी-टीम है, उनकी कोई विचारधारा नहीं है। वे अवसरवादी राजनीति में लिप्त हैं।’

उन्होंने यह भी कहा कि केवल कांग्रेस ही अपनी विचारधारा पर टिकी रह सकती है और ‘सांप्रदायिक’ भाजपा के खिलाफ लड़ सकती है।

सिद्धारमैया देवेगौड़ा और मोदी की हाल की मुलाकात के दौरान मेलमिलाप का हवाला दे रहे थे। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब विधान परिषद चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के बीच समझौते को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।

भाजपा पर धर्म के आधार पर राजनीति करने वाली सांप्रदायिक पार्टी होने का आरोप लगाते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि देश के संविधान में धर्म आधारित राजनीतिक व्यवस्था के लिए कोई जगह नहीं है और संविधान एक धर्मनिरपेक्ष देश की स्थापना का आह्वान करता है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अकेले सभी समुदायों और धर्मों को एक साथ ला सकती है और सभी के साथ समान व्यवहार कर सकती है। कांग्रेस नेता ने भाजपा पर अल्पसंख्यक विरोधी पार्टी होने, समाज के कमजोर तबके के खिलाफ होने और हिंदुत्व के नाम पर देश को बांटने का आरोप लगाया।

भाषा

नोमान नरेश

नरेश शाहिद

शाहिद

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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