एसआईआई ने बच्चों में बूस्टर खुराक के रूप में कोवोवैक्स के तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति मांगी |

एसआईआई ने बच्चों में बूस्टर खुराक के रूप में कोवोवैक्स के तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति मांगी

एसआईआई ने बच्चों में बूस्टर खुराक के रूप में कोवोवैक्स के तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति मांगी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:00 PM IST, Published Date : May 22, 2022/7:04 pm IST

नयी दिल्ली, 22 मई (भाषा) सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने देश के औषधि नियामक से दो साल से 18 साल तक की आयु के बच्चों में बूस्टर खुराक के रूप में अपने कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवोवैक्स’ की सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति मांगी है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।

भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने मार्च में वयस्कों में बूस्टर खुराक के रूप में कोवोवैक्स के तीसरे चरण के ​​​​परीक्षण की अनुमति दे दी थी।

एसआईआई के सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने एक आवेदन भेजकर भारत में दो से 18 वर्ष की आयु के उन बच्चों पर तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति मांगी है जो कम से कम छह महीने पहले कोवोवैक्स टीके के साथ कोविड रोधी प्राथमिक टीकारण करा चुके हैं।

परीक्षण में बूस्टर खुराक के रूप में टीके की प्रतिरक्षण क्षमता और सुरक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा।

हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने भी हाल ही में भारत के औषधि नियामक से दो से 18 वर्ष की आयु के बच्चों में बूस्टर खुराक के रूप में अपने कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन के चरण-2/3 का अध्ययन करने की अनुमति मांगी है।

भाषा नेत्रपाल शफीक

शफीक

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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